ज्ञान भंडार

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष के बेटे की शाही शादी बनी चर्चा का विषय, खर्चे पर उठ रहे हैं सवाल

vlcsnap-2015-11-27-12h51m19s27जमशेदपुर. झारखंड शादी-ब्याह के मौसम में जमशेदपुर में हुई एक शाही शादी पूरे सूबे में चर्चा का विषय बनी हुई है. शादी की भव्यता देखने लायक थी. लगता था पंडाल मानों इन्द्रासन से उठाकर धरती पर लगा दिया गया हो. साथ ही छप्पन प्रकार के व्यंजन और झूमर-झालर से सजा भव्य सेट और वीआईपी अतिथियों की लंबी फेहरिस्त शायद ही हाल के दिनों में किसी ने देखी हो.

जी हां, हम बात कर रहे हैं खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष जयनंदू के बेटे की बारात के लिए आयोजित शादी समारोह की, जो 25 नवंबर को स्टील सिटी जमशेदपुर में संपन्न हुई.

शाही शादी को देखकर अचंभित हुए लोग

अमूमन ऐसे नजारे दुर्गापूजा के दौरान दिखाई पड़ते हैं, लेकिन बीते 25 नवंबर को इस नजारे को देखकर जमशेदपुर के लोगों ने दांतो तले अंगुली दबा ली. ये नजारा किसी पूजा पंडाल की नहीं बल्कि खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष जयनंदू के बेटे ज्ञानेंदू प्रकाश के शाही शादी की थी. बारात रांची से जमशेदपुर गई थी और जाहिर तौर पर बारात के लिए वो सारी सुविधा उपलब्ध कराई गई थी जो खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष जयनंदू की नीतियों से मेल नहीं खाता.

भव्य पंडाल और पंडाल के भीतर अतिआधुनिक साज सजावट के साथ वो सारा कुछ मौजूद था, जिसके बारे में आम आदमी सोचने तक की हिम्मत नहीं कर सकता. वरिष्ठ पत्रकार वैद्यनाथ मिश्र कहते हैं कि शादी का भव्य कार्ड खादी की नीतियों को आईना दिखा रहा था.

चर्चित रहा है जयनंदू का कार्यकाल

खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष जयनंदू के कार्यालय में झाड़ू से लेकर कुर्सी तक और पर्दे से लेकर सोफा तक पर खादी की नीतियों का लबादा ओढ़ाया गया है, लेकिन जमशेदपुर में भव्य पंडाल में बारातियों के स्वागत के गवाह बने जयनंदू शादी समारोह में अपनी नीतियों को तिलांजलि देते नजर आए.

11 साल से लगातार हैं अध्यक्ष

जयननंदू साल 2004 के दिसंबर महीने में खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष बने थे. उस वक्त के उद्योग मंत्री पीएन सिंह ने उनकी नियुक्ति को हरी झंडी दी थी और तब से लेकर आजतक कोई भी सरकार इतनी औकात में नहीं रही, जो उनकी कुर्सी से छेड़छाड़ कर सके. लिहाजा, उनकी कुर्सी और उनका अध्यक्ष पद चिरस्थायी पद का गवाह बन गया है.

वहीं कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री कामेश्वर गिरी उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाते हैं. बीजेपी प्रवक्ता कमाल खान की राय भी वैसी ही है.

अब रिसेप्शन पर है नजर

सवाल ये नहीं है कि खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष जयनंदू ने अपने बेटे की शादी में इतनी भव्यता कैसे स्वीकार कर ली. सवाल ये भी नहीं कि जयनंदू किस जादू के तहत पिछले 11 सालों से खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष बने हैं. सवाल ये कि क्या खादी और सादगी की बात करने वाले जयनंदू अब लोगों को किस तरह से जवाब देंगे.

25 नवंबर का अदभुत नजारा देखने के बाद अब 28 नवंबर को लोगों को जिमखाना क्लब में होने वाले रिसेप्शन समारोह का बेसब्री से इंतजार है. देखना है शादी के स्वागत पर रिसेप्शन का समारोह कितना भारी पड़ता है.

 

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