खाने की चीज़ों पर अब होगा ‘बेस्ट बिफोर’ की जगह ‘एक्सपाइरी डेट’
हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को कहा कि खाद्य पदार्थों पर लगाए गए लेबल सिर्फ ‘एक्सपायरी डेट’ होनी चाहिए न कि ‘बेस्ट बिफोर’ लिखा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पासवान ने न्यूज़ एजेंसी से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि लेबल पर केवल ‘समाप्ति की तिथि’ हो, इसमें बेस्ट बिफोर का कोई मतलब नहीं है।’’ पासवान ने कहा कि वह इस पर आगे काम करने और इसे क्रियान्वित करने के लिए अपने विभाग की बैठक बुलाएंगे।
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निपटान आयोग (एनसीडीआरसी) के अध्यक्ष डी के जैन ने पिछले सप्ताह कहा था कि खाद्य पदार्थों पर मुद्रित लेबल को लेकर उपभोक्ताओं में भ्रम होता है और खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) को ‘एक्सपायारी डेट’ और ‘बेस्ट बिफोर’ के संदर्भ में लेबल मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।’’
यही नहीं, पासवान ने यह भी कहा कि ठेले-खोमचे में खाने-पीने का सामान बेचने के लिए केंद्र शहरों में कुछ निश्चित स्थान निर्धारित करने के लिये ‘नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स’ के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम ठेले-खोमचे पर बिकने वाले खाने पीने की चीजों के लिये व्यवस्था चाहते हैं। हम चाहते हैं कि इस प्रकार की गतिविधियां निश्चित स्थान पर हों।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोग ढाबे पर खाना पसंद करते हैं। इसी प्रकार, ठेले-खोमचे पर बिकने वाली खाने पीने की चीजें भी सुरक्षित और सस्ती होनी चाहिए तथा उसे बेहतर माहौल में बेचा जा सकता है।