गंगा मार्च 2020 तक हो जाएगी पूरी तरह निर्मल : गडकरी
नई दिल्ली। जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि गंगा को निर्मल बनाने संबंधी सभी परियोजनाओं पर काम चल रहा है और अगले वर्ष मार्च तक गंगा पूरी तरह निर्मल हो जाएंगी। श्री गडकरी ने यूनीवार्ता को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि मोदी सरकार में गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए कितना काम हुआ है इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इलाहाबाद में हाल ही में संपन्न कुंभ में पहली बार गंगा निर्मल और अविरल बनी और श्रद्धालुओं ने गंगा के निर्मल जल में डुबकी लगायी हैै। उन्होंने कहा कि 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने निर्मल गंगा की मुहिम शुरु की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ जबकि पिछले पांच साल के दौरान मोदी सरकार के कार्यकाल में गंगा निर्मल हुईं हैं और इलाहाबाद में देश की जनता ने कुंभ के दौरान निर्मल तथा अविरल गंगा देखी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गंगा ही नहीं यमुना को शुद्ध करने का भी काम भी उनकी सरकार ने शुरू किया है। अकेले दिल्ली में ही यमुना नदी को निर्मल बनाने के लिए पांच हजार करोड़ रुपए का काम दिया गया है। मथुरा, इटावा तथा आगरा में यमुना को साफ करने की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। हरियाणा के पानीपत तथा सोनीपत मेंं काम पूरा हो चुका है। यमुना सहित गंगा की 40 सहायक नदियों को स्वच्छ करने की योजना पर काम किया है। यमुना को दिल्ली से मथुरा, मथुरा से आगरा और आगरा से इटावा और इटावा से इलाहाबाद तक निर्मल बनाने एवं जलमार्ग विकसित करने के लिए 12 हजार करोड रुपए का विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बना दिया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सररकार ने जलमार्ग के विकास का काम शुरू किया है। देश मे 10 जल मार्गों का निर्माण किया जा रहा है। गंगा में जल मार्ग का काम पूरा हो रहा है और इस साल 80 लाख टन माल की ढुलाई की जाएगी और अगले पांच साल में 280 लाख टन माल की ढुलाई इस जलमार्ग से होगी। उनकी सरकार एक तरफ ढांचागत विकास कर रही है तो दूसरी तरफ सामाजिक विकास के कार्यो को बढावा दिया जा रहा है। यह पूछने पर कि केंद्र में यदि दोबारा भाजपा की सरकार बनती है तो क्या वे मौजूदा मंत्रालय अपने पास रखना चाहेंगे, उन्होंने कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं और मंत्रालय देना या नहीं देना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। पर गंगा की निर्मलता तथा सड़क परियोजनाओं को लेकर जो काम अधूरे पड़े हैं उनको पूरा करने के लिए उन्हें दोबारा यह मंत्रालय मिले तो उन्हें ज्यादा खुशी होगी।