नई दिल्ली: अगले साल गणतंत्र दिवस परेड समारोह में एनसीसी अपने कैडेटों की परेड को नया आयाम देगी। इस क्रम में 25 देशों के करीब 250 से अधिक युवा कैडेट गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर राजपथ पर तिरंगे को सलामी देंगे। खास बात यह होगी कि पहली बार इन विदेशी कैडेटों का चयन मेहमान देश की बजाय मेजबान भारत करेगा और इसके लिए बकायदा वैश्विक स्तर पर प्रतियोगिता कराई जाएगी।
इतना ही नहीं यह पहला मौका होगा जब इन देशों के प्रतिनिधि भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा होंगे। रक्षा सचिव डा.अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेस कर गणतंत्र दिवस समारोह 2022 के लिए एनसीसी के परेड में किए जा रहे इस बड़े परिवर्तन की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड एनसीसी की सबसे महत्वपूर्ण भागीदारी वाला कार्यक्रम है। अभी तक इसमें आमंत्रित मेहमान देश अपने कैडेट चुनकर भेजता था। इस बार हमने खुली प्रतियोगिता के जरिए इच्छुक कैडेटों के चयन का फैसला किया है। इसके लिए भारतीय दूतावास के सहयोग से उन देशों में भारत की संस्कृति, इतिहास, अर्थव्यवस्था और विकास से जुड़े विषयों पर सवाल पूछे जाएंगे। इसका मकसद साफ तौर पर भारत के बारे में विशेषकर न्यू इंडिया के आयामों से उन्हें रूबरू कराना है।
रक्षा सचिव ने कहा कि अब तक 10 देशों के कैडेट परेड में आते थे मगर इस बार 25 देशों के कैडेट आएंगे। हर देश से 10 से 12 कैडेट और उनके दो ट्रेनर को चुना जाएगा। चयन प्रक्रिया की शुरूआत जुलाई में होगी और अक्टूबर में कैडेटों का चयन पूरा हो जाएगा। अगले साल 15 जनवरी को विदेशी कैडेट भारत आएंगे और गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के साथ ही कुछ प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों व शहरों का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से भी विदेशी कैडेट मिल सकेंगे।
डा.अजय कुमार ने कहा कि आजादी के 75वें साल के गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी के 2000 कैडेट शामिल होंगे। कोविड प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। कोविड की चुनौती को देखते हुए सभी कैडेट 18 साल से अधिक की उम्र के होंगे और इन्हें दोनों वैक्सीन लेने की शर्त पूरी करनी होगी।