गाजा में संघर्ष-विराम टूटा, ताजा हमलों में 4० मारे गए
जेरूसलम/गाजा। गाजा पप्ती में रविवार को निर्धारित दो घंटे के अस्थायी संघर्ष-विराम में से एक घंटा भी पूरा नहीं हुआ कि इजरायल ने फिर गोलाबारी शुरू कर दी। इजरायल ने कहा कि गोलाबारी हमास के हमले जारी रखने के जवाब में की जा रही है। तुर्की के प्रधानमंत्री रीसेप तैय्यप एर्डोगन ने कहा है कि इजरायली सरकार ‘बर्बरता में हिटलर को भी मात दे गई है।’ इजरायल की ओर से रविवार तड़के की गई गोलाबारी में कम से कम 4० फिलिस्तीनी मारे गए और 4०० से अधिक घायल हो गए। गुरुवार रात से शुरू हुई जमीनी कार्रवाई में मृतकों की यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इजरायली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने एक बयान में कहा ‘‘हमास ने एक बार फिर संघर्ष-विराम का उल्लंघन किया इजरायली सेना उसका जवाब दे रही है।’’ दूसरी ओर हमास ने इजरायल पर आरोप लगाया है कि उसने चिकित्सा दलों पर बमबारी की। हमास का यह बयान उसके ट्विटर अकाउंट पर दर्ज है। इसके पहले अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस कमेटी (आईसीआरसी) के अनुरोध पर इजरायल दो घंटे के मानवीय संघर्ष-विराम के लिए राजी हो गया था। आईसीआरसी ने संघर्ष-विराम का यह अनुरोध मृतकों और घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए किया था। संघर्ष-विराम की अवधि रविवार अपरा? 1.3० बजे शुरू होकर 3.3० बजे तक चलनी थी। आईसीआरसी ने पूर्वी गाजा शहर में पड़ोस के शेजाया में मारे गए लोगों और घायलों को निकालने के लिए रविवार को हमास और इजरायल के समक्ष संघर्ष-विराम का प्रस्ताव रखा था। हमास ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक गाजा के शिफा अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि उनके पास इजरायली बमबारी में मारे गए लोगों के 4० शव आए हैं। इजरायली बमबारी गाजा के पूर्व में पड़ोसी शुजैया में की गई। हमास आंदोलन ने कहा है कि शुजैया में जो कुछ हुआ वह एक युद्ध अपराध है। गाजा में गुरुवार से इजरायल ने जमीनी हमला शुरू किया है। इजरायल के अभियान में अभी तक कम से कम 39० फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 3००० से ज्यादा घायल हुए हैं।