टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि लगातार रन नहीं बनाने के बावजूद महेंद्र सिंह धोनी की टीम में अहमियत का आकलन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘कृपया इस खिलाड़ी को छोड़ दीजिए।’
धोनी ने एडीलेड में दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच विजयी अर्धशतकीय पारी खेली, जिसमें उन्होंने अंतिम ओवर में छक्का भी जड़ा जो उनकी पारियों का ट्रेडमार्क रहा है। उनकी इस पारी ने उन पर से दबाव भी कम किया।
गावस्कर ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा, ‘मैं प्रार्थना करता हूं कि इस भद्र खिलाड़ी को अकेला छोड़ दिया जाए और वह अच्छा करना जारी रखेगा। वह भी जवान नहीं हो रहा। इसलिए कम उम्र में जो निरंतरता रहती है, वो निश्चित रूप से नहीं होगी और आपको इसे सहना होगा।’
भारतीय क्रिकेट में इस समय दो बार के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान का भविष्य सबसे ज्यादा चर्चित विषय है लेकिन गावस्कर को लगता है कि वह बेहतर के हकदार हैं। इस महान बल्लेबाज ने कहा, ‘इस थोड़ी सी अनिरंतरता को आपको सहना होगा। लेकिन वह टीम के लिये अब भी काफी अहम हैं। आप उनकी अहमियत का आंकलन नहीं कर सकते।’
गावस्कर ने कहा, ‘वह लगातार गेंदबाजों को बताता रहता है कि वो विशेष गेंद फेंको, बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है। उसे महसूस हो जाता है कि बल्लेबाज क्या सोच रहा है…बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है…क्या वह किसी तरह का शाट लगाने की कोशिश कर रहा है?’
उन्होंने कहा, ‘इस तरह की चीजों में धोनी गेंदबाजों की मदद करता है और निश्चित रूप से फील्ड सजाने में भी, क्योंकि विराट डीप में काफी अहम होता है, तब अंतिम ओवरों वह डाइव करके दो रन बचाने की कोशिश करता है, डीप में शानदार कैच लेता है। मुझे लगता है कि विराट के लिये गेंदबाजों के साथ बात करना या स्क्वायर क्षेत्ररक्षकों के साथ सांमजस्य बिठाना संभव नहीं है। यहीं पर विराट को धोनी पर पूरा भरोसा होता है।’