राष्ट्रीय
गुजरात: प्रोग्राम से CM के जाने के बाद बच्चों से ही साफ करवाए जूठे बर्तन
राजकोट. आनंदीबेन पटेल शुक्रवार को राजकोट जिले के बेडला गांव के सरकारी स्कूल पहुंचीं। उन्होंने न सिर्फ बच्चों को पढ़ाया, बल्कि उनके साथ लंच भी किया। वे ‘गुणोत्सव’ प्रोग्राम के तहत स्कूल पहुंची थी। लेकिन चीफ मिनिस्टर के जाने के बाद बच्चों से जूठे बर्तन साफ करवाए गए।
इस खबर को सुनने के बाद सीएम ने क्या किया…
सीएम को आया गुस्सा
– मीडिया में यह न्यूज आने के बाद सीएम ने तुरंत अधिकारियों को तलब किया।
– जांच के आदेश देते हुए स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
– जांच के आदेश देते हुए स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
दो घंटे तक बच्चों के साथ रहीं सीएम
– बेडला गांव में ‘गुणोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
– दोपहर को सीएम आनंदीबेन स्कूल पहुंची और सभी बच्चों के साथ वक्त बिताया।
– बच्चों को गिफ्ट देकर लगभग दो घंटे बाद वे गांधीनगर के लिए रवाना हो गईं।
– उनके जाते ही स्कूल प्रशासन ने बच्चों को खाने के जूठे बर्तन धोने में लगा दिया।
– इसी दौरान गांव के युवाओं ने बच्चों के जूठे बर्तन साफ करते हुए फोटोज खींच लीं, जो पूरे राज्य में वायरल हो गईं।
– दोपहर को सीएम आनंदीबेन स्कूल पहुंची और सभी बच्चों के साथ वक्त बिताया।
– बच्चों को गिफ्ट देकर लगभग दो घंटे बाद वे गांधीनगर के लिए रवाना हो गईं।
– उनके जाते ही स्कूल प्रशासन ने बच्चों को खाने के जूठे बर्तन धोने में लगा दिया।
– इसी दौरान गांव के युवाओं ने बच्चों के जूठे बर्तन साफ करते हुए फोटोज खींच लीं, जो पूरे राज्य में वायरल हो गईं।
ग्रामीणों को प्रेरित करने के लिए होता है ‘गुणोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन
– ‘गुणोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण व पिछले इलाकों में होता है।
– इसका उद्देश्य ग्रामीण बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना है।
– इन बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च गुजरात सरकार वहन करती है।
– बच्चों के स्कूली खर्च से लेकर उनके खाने-पीने का खर्च भी राज्य सरकार उठाती है।
– इसका उद्देश्य ग्रामीण बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना है।
– इन बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च गुजरात सरकार वहन करती है।
– बच्चों के स्कूली खर्च से लेकर उनके खाने-पीने का खर्च भी राज्य सरकार उठाती है।