अद्धयात्म

गुरुवार के दिन करे हल्दी का यह महाउपाय, दुर्भाग्य जीवन से हो जायेगा दूर…

ज्योतिष के अनुसार देवताओं के गुरु बृहस्पति को एक शुभ देवता और ग्रह माना गया है। जिनके प्रभाव से व्यक्ति को सुख, सौभाग्य, लंबी आयु, धर्म लाभ आदि प्राप्त होता है। आमतौर पर देवगुरु बृहस्पति शुभ फल ही प्रदान करते हैं, लेकिन यदि कुंडली में यह किसी पापी ग्रह के साथ बैठ जाएं तो कभी-कभी अशुभ संकेत भी देने लगते हैं। बृहस्पति के अशुभ होने पर व्यक्ति के विवाह में विलंब होता है। उसकी पढ़ाई-लिखाई में बाधा, मान-सम्मान में हानि, रोजी-रोजगार का संकट आदि झेलना पड़ता है। ऐसे में बृहस्पति की कृपा पाने और इनसे जुड़े दोष को दूर करने के लिए निम्न उपाय करें —

1. धार्मिक मान्यता के अनुसार बृहस्पति देवता को पीला रंग अत्यधिक प्रिय है। यही कारण है कि उनकी पूजा में हल्दी का प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है। बृहस्पति की शुभता को प्राप्त करने के लिए केले की जड़ या हल्दी की गांठ को पीले वस्त्र में गले में अथवा बाजू में धारण करें।

2. देवगुरु को प्रसन्न करने के लिए बृहस्पतिवार के दिन दाल, हल्दी, पीले वस्त्र, बेसन के लड्डू आदि किसी योग्य ब्राह्मण को दान करें और केले के वृक्ष पर जल चढ़ाएं।

3. सिर्फ बृहस्पतिवार के दिन ही नहीं बल्कि प्रतिदिन भगवान श्री विष्णु की आराधना के बाद हल्दी और चंदन का तिलक करें। किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए निकलते समय इस उपाय को अवश्य करें, सफलता अवश्य मिलेगी।

4. देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन ‘ॐ भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का एक माला जाप करें। साथ ही भगवान विष्णु को संभव हो तो पीले रंग के फल का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में बांटें।

5. तमाम तरह के आर्थिक कष्टों को दूर करने के लिए भगवान विष्णु को प्रसन्न करने करने के लिए बृहस्पतिवार को विशेष रूप से विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें। प्रयास करें कि इसका प्रतिदिन पाठ करें। भक्ति-भाव से यह उपाय करने पर निश्चित रूप से बाधाएं दूर होंगी और कार्यों में सफलता मिलेगी।

6. गुरुवार के दिन भगवान की पूजा के बाद केसर का तिलक लगाएं। अगर केसर उपलब्ध नहीं हो तब हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।

7. गुरुवार के दिन अपने गुरु का आशीर्वाद लें और उन्हें पीले रंग के वस्त्र उपहार में दें। गुरु का आशीर्वाद आपको गुरु ग्रह के शुभ फल दिलाएगा।

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