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गेंदबाजों ने कोहली को दिया ”सबसे बड़ी” जीत का तोहफा

ravi-1448620943नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए चौथे टेस्ट मैच में सोमवार को दक्षिण अफ्रीका को 337 रनों से हरा दिया।
 
रविचंद्रन अश्विन (61-5) के नेतृत्व में गेंदबाजों ने नामुमकिन को मुमकिन बनाते हुए कप्तान के तौर पर दिल्ली में पहला टेस्ट खेल रहे विराट कोहली को नायाब तोहफा दिया है। यह रन अंतर के लिहाज से भारत की अब तक की सबसे बड़ी जीत है।
 
इसके साथ भारत चार मैचों की यह सीरीज 3-0 से जीत ली। यही नहीं, भारत अब आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में दूसरे क्रम पर पहुंच गया है। इस टीम ने नागपुर में जीत हासिल करते हुए विदेशी धरती पर चले आ रहे दक्षिण अफ्रीका के सीरीज जीतने के विजय रथ को रोका था।
 
दक्षिण अफ्रीका के हाथों एकदिवसीय और टी-20 सीरीज गंवाने के बाद भारत ने मोहाली में जीत का जो सिलसिला शुरू किया था, वह दिल्ली में नए कीर्तिमान के साथ खत्म हुआ। भारत ने मोहाली के अलावा नागपुर में जीत हासिल की थी। बेंगलुरू टेस्ट बारिश में धुल गया था।
 
अंतिम टेस्ट के पांचवें दिन सोमवार को भारतीय गेंदबाजों ने 481 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ी शिद्दत से ड्रॉ के लिए संघर्षरत मेहमानों की पारी 143 रनों पर समेट दी। मेहमान टीम ने कुल 143.1 ओवरों का सामना किया। उसके लिए दूसरी पारी में अब्राहम डिविलियर्स ने 297 गेंदों का सामना करते हुए सबसे अधिक 43 रन बनाए।
 
इस मैच को बचाने के लिए डिविसियर्स, कप्तान हाशिम अमला (25 रन, 244 गेंद), तेम्बा बायुमा (34 रन, 117 गेंद) और फाफ दू प्लेसिस (10 रन, 97 गेंद) जो संघर्ष किया वह वाकई कबिलेतारीफ है।
 
भारत की ओर से अश्विन ने इस सीरीज में एक बार फिर कमाल करते हुए पांच विकेट लिए जबकि उमेश यादव ने तीन और रवींद्र जडेजा ने दो सफलता हासिल की। अश्विन ने 49 ओवर गेंदबाजी की।
 
जडेजा ने भी 46 ओवरों के साथ दूसरे छोर पर उनका बेहतरीन साथ दिया। अश्विन ने अगर डिविलियर्स को चलता कर भारत की जीत पक्की की तो जडेजा ने अमला को आउट करते हुए उसके लिए जमीन तैयार की थी।
 
अंतिम दिन चायकाल तक तो बिल्कुल नहीं लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका हथियार डालेगा लेकिन 136 के योग पर अश्विन की गेंद पर डिविलियर्स का विकेट गिरने साथ भारत हावी हो गया।
 
मैच बचाने के प्रयास में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने धीमी बल्लेबाजी के कई अनचाहे कीर्तिमान अपने नाम किए। इनके इस प्रयास के कारण रविवार भोजनकाल के बाद से अंतिम दिन का खेल दर्शकों के लिहाज से बेहद उबाऊ रहा लेकिन अंतत: जो परिणाम निकला, उससे सब खुश नजर आए।
 
इसके बाद भारतीय गेंदबाजों आनन-फानन में मेहमान पारी को समाप्त कर विराट कोहली को घरेलू मैदान पर कप्तान के तौर पर खेलते हुए पहला टेस्ट जीतने की खुशी और गौरव प्रदान किया।
 
भारत ने टेस्ट मैचों में रन अंतर के लिहाज से अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। इससे पहले भारत ने 2008 में मोहाली में आस्टे्रलिया को 320 रनों से हराया था।
 
इसके साथ भारत ने कोटला में बीते 28 साल से अपने जीत के क्रम को बरकरार रखा है। इस मैदान पर भारतीय टीम अंतिम बार 1987 में हारी है।  
1993 से लेकर आज तक इस मैदान पर भारत ने कुल 11 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 10 में उसे जीत मिली है।
 
बहरहाल, दिल्ली टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर कीर्तिमान बनाने वाले मुम्बइया बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को मैन ऑफ द मैच चुना गया जबकि इस मैच में डिविलियर्स के सबसे अहम विकेट के साथ छह तथा सीरीज में कुल 31 विकेट लेने वाले रविचंद्रन अश्विन को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।

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