मेरठ। मेरठ में गैंगरेप और धर्म परिवर्तन मामले की जांच करने आज राज्य महिला आयोग की टीम खरखौदा क्षेत्र के गांव सरावा पहुंची। उधर, पुलिस ने देर रात खरखौदा क्षेत्र के कई संवेदनशील गांवों में पुलिस चौकसी और गश्त बढ़ा दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ओंकार सिंह ने इलाके में तनाव की पुष्टि की और कहा कि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश में लगे हैं। ऐसे लोगों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी ने पीड़ित युवती के गांव से लौटकर बताया कि दल के सदस्यों ने पीड़ित युवती के परिवार के सदस्यों के अलावा इलाके के ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी हासिल की। वह अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंपेंगी और शासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलवाने की सिफारिश करेंगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पीड़ित युवती की अल्ट्रासाउंड जांच से साफ हो गया है कि युवती के शरीर का कोई अंग निकाला नहीं गया है। यद्यपि इसकी जांच की जा रहा है कि युवती का आपरेशन क्यों किया गया। जरीना ने कहा कि युवती का धर्म परिवर्तन कराने संबंधी शपथपत्र तैयार करने वाले दो लोगों को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। इस प्रकार इस घटना में अभी केवल एक नामजद आरोपी फरार है जिसकी गिरफ्तारी का प्रयास पुलिस कर रही है। इस बीच गैंगरेप और धर्म परिवर्तन की घटना के मास्टरमाइंड बताये जाने वाले सनाउल्ला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आज भी कई स्थानों पर दबिश डाली। एसएसपी ओंकार सिंह ने बताया कि पुलिस की तीन टीमों को सनाउल्ला की गिरफ्तारी और मदरसों की पड़ताल के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि सनाउल्ला की गिरफ्तारी के बाद ही इस बात का पता चल सकेगा कि युवती का आपरेशन कौन से अस्पताल में हुआ था।