पणजी। गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को विधानसभा में मंगलवार को मंत्रियों के दौरे से संबंधित दस्तावेज पेश किए जाने पर चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। दस्तावेज के अनुसार राज्य में पार्टी के सत्ता में आने के बाद से पर्यटन से जुड़ी सैर पर 13.24 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। सरकार को इससे पहले फुटबाल विश्व कप के दौरान ब्राजील यात्रा के लिए 89 लाख रुपये की मंजूरी देने पर भी आलोचना झेलनी पड़ी थी। इस धन का इस्तेमाल पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर तीन मंत्रियों -दिलीप पारुलेकर मिलिंद नाइक और महादेव नाइक- तथा अनंत सेठ गणेश गांवकर सुभाष फलदेसाई और नीलेश काब्राल के ब्राजील दौरे के लिए किया गया था। सामाजिक कार्यकर्ताओं और आलोचकों ने इसकी निंदा की है। वहीं पारुलेकर ने पुर्तगाल रूस जर्मनी ब्रिटेन चीन फिनलैंड दौरे का बचाव करते हुए कहा कि राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसकी आवश्यकता थी। पारुलेकर ने आईएएनएस को बताया ‘‘यह मार्केटिंग की रणनीति है। अगर हम पर्यटन को बढ़ावा नहीं देते तो हम कैसे पर्यटकों को आकर्षित करेंगे? विदेशी कार्यक्रमों के जरिए कुछ पैसे खर्च करने पड़ते हैं।’’ ये विदेशी दौरे वित्त वर्ष 2०12-14 के बीच हुआ। इधर गोवा के पर्यटन मंत्री एक बार फिर स्पेन के संत के सम्मान में गोवा में होने वाले लोकप्रिय महोत्सव का प्रचार करने के लिए स्पेन दौरे पर जाने वाले हैं जिसके लिए चार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अब सरकार विश्व कप दौरे की हो रही आलोचना के बीच स्पेन दौरे को रोकने की बात कर रही है। इधर कांग्रेस का आरोप है कि राज्य के राजकोष को नुकसान पहुंचाते हुए सरकार मजे ले रही है।