घर के आसपास गंदगी मिलने पर जुर्माना वसूलेगा नगर निगम
लखनऊ। शहर को बीमारियों से मुक्त रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल पर नगर निगम ने एक निर्देश जारी किया है कि अगर किसी के घर के आसपास गंदगी मिलेगी तो उससे जुर्माना वसूला जायेगा। लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डा.जीएस वाजपेई ने कहा कि एएनएम व नर्स की टीम नियमित रूप से प्रत्येक घरों का निरीक्षण करेगी। यदि किसी के घर में खुले में टायर व मनीप्लांट, कूलर आदि में गन्दा पानी मिला तो नोटिस जारी की जाएगी। सप्ताह भर बाद टीम दोबारा उन्हीं घरों का निरीक्षण किया जाएगा। यदि फिर भी गड़बड़ी मिलती तो नगर निगम की तरफ से पांच हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डेंगू-मलेरिया समेत दूसरी बीमारियों से बचने के लिए जागरुकता बेहद जरूरी है। घर में व उसके आसपास पानी का जमाव न होने दें।
स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों पर रोकथाम लगाने के लिए अभी से अभियान चलाने में जुट गया है। कोई कोर कसर और न रह जाए इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग पहली जुलाई से व्यापक अभियान छेड़ेगा। 110 वार्डों के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई है। प्रत्येक टीम में पांच सदस्य होंगे। यह महाअभियान लगातार छह महीने चलेगा। इसके लिए डेढ़ करोड़ रुपए की पहली किस्त राज्य सरकार ने जारी कर दिया है। इसके लिए सीएमओ कार्यालय सभागार में महाअभियान की तैयारियों को लेकर बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें आए डॉक्टरों और अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी गई। बैठक में आए लोगों को जानकारी देते हुए डिप्टी सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने कहा कि राजधानी में नगर-निगम में ११० वार्ड हैं। डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए अलग-अलग वार्डों के इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक वार्ड के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। अभियान को सफल बनाने के लिए 225 कर्मचारी रखे गए हैं। जबकि विभाग के पास लगभग 104 कर्मचारी पहले से तैनात हैं। इन कर्मचारियों को छह महीने के लिए रखा गया है। ये कर्मचारी गली- मुहल्लों में जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव करेंगे। प्रत्येक वार्ड को छह हिस्सों में बांटा जाएगा। इन हिस्सों में कैसे एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जाएगा। इसके लिए पाषर्द समेत दूसरे स्थानीय लोगों की राय ली जाएगी। छह महीने लगातार अभियान चलेगा। डेढ़ करोड़ रुपए का बजट सरकार ने जारी कर दिया है। यह बजट तीन महीने के लिए जारी किया गया है।