घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है सुगंध, दूर होती हैं समस्याएं
सुगंध के द्वारा आप अपने घर की नकारात्मकता को खत्म कर सकते हैं. सुगंध का प्रभाव हमारी ऊर्जा पर भी पड़ता है. घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे, इसके लिए आप सुगंध का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं सुगंध को राशि अनुसार किस तरीके से करें प्रयोग ताकि ग्रहों का दुष्प्रभाव ना पड़े.
1. सुगंध का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
– मानव का जीवन मन से प्रभावित होता है और मन चलायमान है और मन मुख्य रूप से शरीर के चक्रों से प्रभावित होता है जो कुल मिलाकर 7 हैं
– दुनिया में तीन चीजें ऐसी हैं जो चक्रों पर सीधा असर डालती हैं – रंग,सुगंध और शब्द (मंत्र)
– हर व्यक्ति के मन की अलग अलग अवस्था होती है और मन की अवस्था के अनुसार अलग सुगंध का प्रयोग करें तो मन की जटिलतायें दूर की जा सकती हैं
– सुगंध के सही प्रयोग से एकाग्रता बढ़ायी जा सकती है,स्नायु तंत्र और अवसाद जैसी बीमारियाँ दूर की जा सकती हैं
– सुगंध हमारे काम करने और विचार की क्षमता पर असर डालता है , इसीलिए पूजा और उपासना के दौरान इसका व्यापक प्रयोग होता है
2. राशि अनुसार खुशबू का प्रयोग करके ग्रहों के दुष्प्रभाव को कैसे कम करें…
– कोई भी ग्रह नक्षत्र आपको जिंदगी में यदि परेशान कर रहा हो तो आप अलग-अलग सुगंध का प्रयोग करके अपने ग्रह नक्षत्रों के बुरे प्रभाव को शांत कम कर सकते हैं
– सूर्य ग्रह यदि आपकी कुंडली में बुरे प्रभाव दे रहा हो तो उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए केसर या गुलाब की सुगंध का प्रयोग करें
– चंद्र ग्रह यदि आपको पीड़ित करें तो इससे निपटने के लिए आप को चमेली और रात रानी के इत्र का प्रयोग करना चाहिए
– मंगल ग्रह की परेशानी से पीछा छुड़ाने के लिए लाल चंदन का इत्र और गुलाब का इत्र प्रयोग करें
– बुध ग्रह की शांति के लिए चंपा का इत्र और तेल का प्रयोग बुध की शुभता को बढ़ाएगा मुख्य तौर पर खुशबू का सम्बंध ही बुध ग्रह से है
– गुरु ग्रह की शांति के लिए केसर और केवड़े का इत्र का प्रयोग हर तरीके से शांति दिलाएगा और पीले फूलों की खुशबू से भी गुरु की शुभता पाई जा सकती है
-शुक्र ग्रह की शुभता पाने के लिए सफेद फूल सफेद चंदन और कपूर की सुगंध हर तरीके से लाभकारी साबित होती है
– शनि ग्रह की शुभता को दूर करने के लिए कस्तूरी लोबान और सांप की खुशबू का प्रयोग उत्तम रहता है
-राहु केतु ग्रह की शांति के लिए गाय के घी और कस्तूरी के इत्र का प्रयोग करके इनके दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है और कपूर की खुशबू करना हर तरीके से लाभदायक रहता है
3. सुगंध प्रयोग के नियम और सावधनियां क्या हैं…
– हमेशा प्राकृतिक और फूलों की सुगंध का प्रयोग करें ताकि मन पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े
– अपने पढ़ने के कमरे में और काम करने की जगह तथा पूजा स्थान पर हमेशा सुगंध का प्रयोग जरूर करें ताकि सकारात्मकता बनी रहे
– ज्यादा प्रभाव के लिए हल्की भीनी भीनी सुगन्ध का ही प्रयोग करें
– अगर अपने शरीर पर सुगंध का प्रयोग करना है तो इसे कलाइयों तथा गर्दन के पीछे और नाभि पर लगायें
– जल में भी सुगंध डालकर स्नान करने से अद्भुत लाभ हो सकता है जैसे गुलाब चन्दन केवड़ा आदि
– विद्यार्थियों और अविवाहितों को केवल चन्दन की सुगंध का प्रयोग करना अच्छा होगा
4. अलग अलग समस्या के लिए कौन कौन सी सुगंध का प्रयोग करें-
– एकाग्रता बढ़ाने के लिए कार्यस्थल पर चन्दन की धूपबत्ती का प्रयोग पूर्व दिशा की ओर करें
– मानसिक तनाव दूर करने के लिए चन्दन की सुगन्ध स्नान के बाद लगाएं
– अच्छे स्वास्थ्य के लिए गुलाब या मोगरे की सुगंध का प्रयोग करें
– अवसाद दूर करने के लिए अधिक से अधिक सुगंध का प्रयोग करें
– फूलों की सुगंध हो तो और भी ज्यादा उत्तम होगा
– आकर्षण बढ़ाने के लिए लैवेंडर की सुगंध का प्रयोग करें
– देवकार्यों के लिए या पूजा उपासना के लिए गुग्गल की सुगंध का प्रयोग करें
5 घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए महाउपाय….
– अपने घर की नकारात्मकता को दूर करने के लिए घर में सुबह और शाम लोबान की धूनी दें
– हर मंगलवार और शनिवार के दिन गाय के गोबर से बने उपले पर गूगल लोबान सफेद चंदन देसी घी और गोला गिरी डालकर इसकी धूनी शाम के समय पूरे घर में दें ऐसा कुछ दिन लगातार करने से घर की नकारात्मकता खत्म हो जाएगी.