चंद्रयान 2: लैंडर से संपर्क टूटने के बाद जानिए नासा ने इसरो से क्या कहा…
अमेरिकी की स्पेस एजेंसी नासा ने इसरो के मून मिशन चंद्रयान 2 की तारीफ की है। नासा ने इसको लेकर एक ट्वीट कर भारत के चंद्रयान 2 मिशन को लेकर कुछ बातें कहीं। नासा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘ऐसे अंतरिक्ष मिशन काफी कठिन होते है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो द्वारा चंद्रयान 2 मिशन को उतारने के प्रयास की सराहनी करते हैं। आपने हमें अपनी यात्रा से प्रेरित किया है और साथ ही कहा कि हम आपके साथ सौर मंडल के बारे में जानने के लिए भविष्य के अवसरों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इसके अलावा यूएई की स्पेस एजेंसी ने भी इसरो की तारीफ की है। यूएई की स्पेस एजेंसी ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में इसरो के बढ़ते कदम को लेकर कहा है, ‘हम इसरो को अपने पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हैं। भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक रणनीतिक खिलाड़ी साबित हुआ और इसके विकास और उपलब्धियों में भागीदार है।’
बता दें, चांद की सतह से सिर्फ 2.1 किमी दूरी पर विक्रम का इसरो से इसका संपर्क टूट गया। हालांकि इसरो ने मिशन चंद्रयान-2 को काफी हद तक सफल बताया है। चंद्रयान 2 मिशन पर ISRO ने बयान जारी किया है कि हर फेज के लिए सफलता का मानक तय था। अभी तक 90 से 95 फीसदी उद्देश्यों को पूरा किया जा चुका है और यह चांद से जुड़ी जानकारी हासिल करने में मदद करेगा।
इसरो चीफ ने कहा- अभी बची हैं उम्मीदें
इसरो चीफ के. सिवन ने मिशन चंद्रयान 2 को लेकर कई बातें की है। के. सिवन ने मिशन चंद्रयान 2 को लेकर बताया कि लैंडर विक्रम से दोबारा संपर्क करने की कोशिश जारी है। सिवन ने कहा कि वैज्ञानिक अब भी मिशन चंद्रयान 2 के काम में जुटे हुए हैं।
बाकी मिशन पर नहीं पड़ेगा असर
डीडी न्यूज से खास बताचीत मेंके. सिवन ने कहा चंद्रयान 2 मिशन के नतीजों का हमारे आगे के प्रॉजेक्ट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा।गगनयान समेत ISRO के सारे मिशन तय समय के अनुसार पूरे किए जाएंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि चंद्रयान-2 मिशन 95 फीसदी सफल रहा है। विक्रम से अलग हुआ ऑर्बिटर साढ़े सात साल तक चंद्रमा में सफलतापूर्वक काम कर सकता है। सिवन ने बताया कि लैंडर विक्रम से दोबारा संपर्क करने के प्रयास किए जा रहे हैं, अगले 14 दिनों में संपर्क करने की कोशिश की जाएगी। हमें ऑर्बिटर से काफी आकंड़े मिलेंगे। यह वैज्ञानिक शोध के लिए उपलब्ध होगा।