अद्धयात्म
चमत्कारी हैं गणपति के ये 6 नाम, इनसे दूर होता है दुर्भाग्य
शास्त्रों में विभिन्न देवी-देवताओं की अनेक नामों से वंदना की गई है। भगवान गणपति उन सबमें प्रथम पूज्य हैं। वे सुख, सौभाग्य, शांति और कार्य में सिद्धि के दाता हैं। उनके नाम का जाप और स्मरण शांतिदायक होता है। जानिए भगवान गणेश के विभिन्न नाम और उनका मतलब।
विनायक
गणेशजी प्रथम पूजनीय हैं। इस कारण वे नायकों के भी नायक कहलाते हैं। यह वरदान उन्हें धैर्य, सुबुद्धि, माता-पिता के प्रति भक्ति, विद्वता और विनयशीलता के कारण मिला।
गजकर्ण
गणेशजी का मुख हाथी जैसा है। उनके कान भी हाथी जैसे ही हैं। यह लक्षण उनकी बुद्धिमत्ता को अभिव्यक्त करता है। बड़े कान सौभाग्य का प्रतीक माने जाते हैं।
गणाध्यक्ष
गणपति का एक नाम गणाध्यक्ष भी है। इसका मतलब है- सभी देवगणों के अध्यक्ष। चूंकि नए कार्य का आरंभ गणपति के स्मरण से किया जाता है और वे उसे निर्विघ्न संपन्न करते हैं। वे अपने विशेष गुणों के कारण गणाध्यक्ष हैं।
सुमुख
गणेशजी का नाम सुमुख है। इसका मतलब है- सुंदर मुख वाला। गणपति बहुत सुंदर हैं। उनके दर्शन से सभी प्रकार के तनाव, कष्ट दूर हो जाते हैं। सुंदर मुख के स्वामी होने के कारण गणपति को सुमुख नाम मिला।
गजानन
इस नाम का मतलब है- जिसका मुख हाथी जैसा हो। गणेशजी का चेहरा हाथी का है। जब शिव ने त्रिशूल के प्रहार से उनका मस्तक काट दिया था तो उन्हें हाथी का मुख लगाया गया। इसलिए गणपति को गजानन कहा जाता है।
लंबोदर
भगवान गणपति का उदर यानी पेट बड़ा है, इसलिए उनका एक नाम लंबोदर है। बड़ा पेट होने का रहस्य यह है कि अगर कोई व्यक्ति आप पर विश्वास करे तो उसके रहस्यों को गुप्त रखना चाहिए। बड़ा पेट भरोसा जीतने का प्रतीक है।