चरमपंथ से लड़ाई इस्लाम का विरोध नहीं: ओबामा
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई का मतलब इस्लाम के खिलाफ लड़ाई नहीं है और विश्व को आतंकवादी संगठनों को धार्मिक वैधता देने से बचना चाहिए। व्हाइट हाउस सम्मिट ऑन काउंटरिंग वायलेंट एक्स्ट्रीज्म के दूसरे दिन बुधवार को अपने भाषण में ओबामा ने कहा कि किसी समुदाय को सिर्फ उनके धार्मिक विश्वास के आधार पर कलंकित करना उचित नहीं है। साथ ही उन्होंने मुस्लिम नेताओं से हिंसक चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई के समर्थन में आवाज उठाने के लिए कहा। तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन ओबामा और उप राष्ट्रपति जो बिडेन ने इस बात पर जोर दिया कि यह सम्मेलन इस्लामिक चरमपंथ के बारे में नहीं है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा कि व्हाइट हाउस मानता है कि कुछ संक्रमित चरमपंथी विचारधारा ने खुद को मुस्लिम समुदाय के साथ जोड़ने की कोशिश की है, जबकि चरमपंथ के दूसरे रूप ने अन्य को हिंसा करने के लिए प्रेरित किया है। अर्नेस्ट ने कहा, ”चरमपंथ ने इस रूप में अलग-अलग रूप धारण किया है, जिसके हिंसक परिणाम सामने आए हैं।”