झारखण्डराज्य

चाईबासा में अंधविश्वास ने ली बच्ची की जान, 8 घंटे झाड़-फूंक कराते रहे, मर जाने के बाद अस्पताल लेकर पहुंचे

बच्ची की मौत के बाद परिजन अस्पताल से कंधे पर लेकर बाहर निकले और रिजर्व गाड़ी कर शव को घर ले गए। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से उन्हें कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई। - Dainik Bhaskar

झारखंड के चाईबासा में अंधविश्वास ने एक और जान ले ली। मामला चाईबासा जिले के जगन्नाथपुर का है। यहां हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के गंगासाई गांव में गुरुवार सुबह 03:30 बजे जमीन पर सो रहे बच्चे को सांप काटने से और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गई।

सांप काटने के बाद उसके परिजनों डॉक्टर के बजाय ओझा-गुणी के पास पहुंच गए। इसमें 8 घंटे बर्बाद हो गए। मामला बिगड़ता देख परिजन 11.30 बजे बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। तब तक काफी देर हो चुकी थी। बच्ची को देखते ही डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने सांप को घर से निकलते देखा था

गंगासाई निवासी काशीनाथ सिंकु की 12 वर्षीय बेटी मुनी सिंकु रात को जमीन में सोई हुई थी। उसी दौरान मुनी को जहरीले चित्ती सांप ने डस लिया। उसके चिल्लाने पर जगे तो देखा कि सांप के घर से निकल रहा है। इसके बाद वे उसे झाड़-फूंक करने वालों के पास ले गए थे। जहाँ उसकी हालत और खराब हो गई।

 

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