चीन के स्कूलों में पढ़ाए जाएंगे राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विचार, प्राथमिक से विश्वविद्यालय स्तर तक पाठ्यक्रम होगा लागू
चीन ने अपने राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है। अब वहां के प्राथमिक स्तर के स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालय तक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पढ़ाया जाएगा। समाजवाद को लेकर उनके विचारों को चीन के हर युवा को पढ़ना अनिवार्य होगा।
चीन के शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा कि शी जिनपिंग के विचारों को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में शामिल करने से युवाओं में मार्क्सवादी विधारधारा को स्थापित करने में मदद मिलेगी। इसको लेकर नई गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्राथमिक स्तर से लेकर विश्वविद्यालय तक नए युग में चीन की विशेषताओं के बीच समाजवाद पर शी जिनपिंग के विचारों को पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिशानिर्देश का उद्देश्य नई शिक्षण सामग्री के तहत युवाओं में देशभक्ति की भावना को बढ़ाना और पार्टी को सुनने व उसके संकल्प को पूरा करना है।
2012 से सत्ता में आने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्तारूढ़ चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी की भूमिका को समाज, उद्योगों, संस्कृति और स्कूलों में बढ़ाने पर जोर दिया है। नए युग में चीनी संस्कृति के बीच समाजवाद पर शी जिनपिंग के विचार पाठ्यक्रम को 2018 में संविधान में निहित किया गया था।