चीन को खुश करने के लिए अब पकिस्तान बढ़ा रहा गधों की संख्या
पाकिस्तान पर चीन की मेहरबानी की खबरें अक्सर आती रहती हैं. वहीं, पाकिस्तान की ओर से भी चीन को खुश करने के लिए हर तरीके अपनाए जाते हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान पिछले कई सालों से चीन के लिए गधों की संख्या बढ़ा रहा है.
इसका नतीजा ये है कि गधों की संख्या के मामले में पाकिस्तान तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है. पाक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गधों के मामले में चीन और इथोपिया अब भी पाकिस्तान से आगे हैं.
इसी साल पाकिस्तान के आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में भी बताया गया था कि देश में गधों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है. बीते अप्रैल माह में जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2017-18 में गधों की संख्या में 1 लाख का इजाफा हुआ है. इसके मुताबिक 2017-18 में इनकी संख्या बढ़ कर 53 लाख हो गई है.
इससे पहले 2015-16 में गधों की संख्या 51 लाख से ज्यादा थी, वहीं 2016-17 में ये संख्या बढ़ कर 52 लाख के करीब रही. दरअसल, पाकिस्तान में गधों की संख्या में बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह चीन है.
चीन की ओर से पाकिस्तानी गधों की सबसे ज्यादा खरीददारी की जाती है. चीन में गधों की खाल काफी उपयोगी मानी जाती है. गधे की खाल से जिलेटिन बनता है जिसे चीन में इजीयो भी कहते हैं. पुराने समय से इसका उपयोग ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाने वाली चीनी दवाई के तौर पर किया जाता है. इसके अलावा चीन में गधे के मांस की भी काफी मांग है. भारी मांग और उत्पादन कम होने की वजह से चीन को पाकिस्तान जैसे देशों की ओर रुख करना पड़ रहा है.