चीन में बेकाबू हो रहे हालात, जानलेवा वायरस से अब तक 56 लोगों की मौत
बिजिंग: चीन से फैल रहे जानलेवा कोरोना वायरस से लगभग पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है। चीन में इस वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस रहस्यमय वायरस से अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार फैल रहे इस वायरस से लगभग दो हजार से ज्यादा लोग इन्फेक्टेड हैं। जिसमें 237 की हालत गंभीर बताई जा रही है। महामारी के केंद्र वुहान समेत छह करोड़ की आबादी वाले हुबेई प्रांत में आवाजाही बंद कर दी गई है।
वायरस के प्रकोप के चलते चीन में शनिवार से प्रारंभ हुए नए साल (लूनर ईयर) का उल्लास भी फीका पड़ गया है। सान्या शहर समेत कई लोकप्रिय पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है। चीन की दीवार के कुछ हिस्से और शंघाई डिजनीलैंड समेत प्रमुख मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है। नए साल पर मंदिरों में विशेषष कार्यक्रम होते हैं।
अमेरिकी कॉफी चेन स्टारबक्स ने हुबेई प्रांत में एक हफ्ते के लिए अपने सभी आउटलेट बंद कर दिए हैं। मैकडोनाल्ड ने भी प्रांत के पांच शहरों में इस तरह का कदम उठाया है। जबकि चीन के नियंत्रण वाले हांगकांग में इमरजेंसी घोषिषत की गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) चीन के लिए हेल्थ इमरजेंसी पहले ही घोषिषत कर चुका है। पिछले माह मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से वायरस का संक्रमण शुरू हुआ था। यहीं से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। लोगों को भीड़ से दूर रहने के साथ ही मास्क और सुरक्षात्मक सूट पहनने को कहा जा रहा है।
इलाज में जुटे डॉक्टर की गई जान
सरकारी चाइना ग्लोबल टेलीविजन के अनुसार, वुहान में रोगियों के उपचार के दौरान वायरस की चपेट में आए 62 वर्षीय लियांग वुडांग नामक डॉक्टर भी मौत हो गई।
फ्लाइट, ट्रेन और बसों में निगरानी बढ़ी
वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बसों में निगरानी ब़़ढा दी गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सभी परिवहन विभागों को रोकथाम के उपाय क़़डाई से लागू करने का आदेश दिया है।
450 सैन्य डॉक्टर भी उतारे
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि वुहान में 1230 मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है। जबकि स्थानीय मीडिया के अनुसार, मदद के लिए शहर में 450 सैन्य डॉक्टर भी तैनात किए गए हैं।
ये हैं वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस का अभी कोई ज्ञात उपचार नहीं है। सांस संबंधी दूसरी बीमारियों की तरह ही बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत इस संक्रमण के लक्षण हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है।