पुलिस फरार हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। पुलिस को भी इस बात का डर है कि चुनाव के दौरान कहीं ये हिस्ट्रीशीटर माहौल खराब न कर दें।
आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान जिले के 135 हिस्ट्रीशीटर चुनावी फिजा बिगाड़ सकते हैं। इन लोगों के कारण वोटर तो प्रभावित हो ही सकता है, साथ ही जिले में अचानक अपराधों में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।
ये हिस्ट्रीशीटर चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था के लिए भी खतरा बन सकते हैं। चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने जिले के हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन कराया तो 135 हिस्ट्रीशीटर लापता मिले। आशंका व्यक्त की जा रही है कि ये तत्व विधानसभा चुनाव में उपद्रव फैला सकते हैंं।
इसका पर्दाफाश होने के बाद से पुलिस की नींद उड़ी हुई है। ये हिस्ट्रीशीटर भूमिगत हो गए हैं या कहीं और जाकर अपराध कर रहे हैं किसी को इस बारे में पता नहीं है।
पुलिस फरार हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। पुलिस को भी इस बात का डर है कि चुनाव के दौरान कहीं ये हिस्ट्रीशीटर माहौल खराब न कर दें।
बता दें कि आचार संहिता लागू होने से पहले चुनाव की सुगबुगाहट के साथ पुलिस-प्रशासन ने एक सितंबर से ही चुनाव के संबंध में तैयारियां शुरू कर ली थी।
इसके चलते पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ निरोधात्मक कार्रवाई की गई। पुलिस द्वारा सूची तैयार कर जब बीटवार हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन कराया तो 999 में से 135 हिस्ट्रीशीटर गायब मिले। इसका पर्दाफाश होने के बाद पुलिस की नींद उड़ गई है। जिले के यह फरार हिस्ट्रीशीटर पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं।
लगातार कराई जा रही है निगरानी
पुलिस द्वारा बीटवार हिस्ट्रीशीटरों की लगातार निगरानी कराई जा रही है। इसके तहत हिस्ट्रीशीटर की जानकारी, वर्तमान में वह कहां रह रहा है, उसके घर परिवार के सदस्यों की जानकारी, आस-पड़ोस व रिश्तेदारों की जानकारी, वर्तमान में हिस्ट्रीशीटर क्या कर रहा है, आमदनी का क्या जरिया है, उसके पैरोकार व जमानती की जानकारी समेत अन्य ङ्क्षबदुओं पर रजिस्टर तैयार कर हिस्ट्रीशीटर की गतिविधियों पर निगाह रखी जा रही है। इसके चलते वह पुलिस उसपर मानसिक सामाजिक दबाव बना रही है।
ऐसे खुलती है हिस्ट्रीशीट
हिस्ट्रीशीट को दो श्रेणी ए व बी में बांटा गया है। अ श्रेणी में उन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जाती है जो छोटे मोटे अपराध करने के अभ्यस्त हो और उनके सुधार की कोई गुंजाईश दिखाई न दे। अ श्रेणी की हिस्ट्रीशीट एसएसपी खोल देते हैं। बी श्रेणी की हिस्ट्रीशीट जघन्य अपराधियों की खोली जाती है, यह हिस्ट्रीशीट पुलिस महानिरीक्षक द्वारा अनुमोदित की जाती है।
पुलिस द्वारा की गई चुनावी कार्रवाई
1- पुलिस द्वारा 214 लोगों के खिलाफ गुंडाएक्ट की कार्रवाई की गई। इनमें से 90 लोगों को जिलाबदर कर दिया गया जबकि अन्य को जिलाबदर करने की तैयारी चल रही है।
2- 115 अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की
3- आपराधिक इतिहास वाले 727 लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 110 जी के तहत कार्रवाई की।
4- अवैध असलहों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 54 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 790 देशी तमंचों के साथ 84 कारतूस बरामद किए।
5- एक अपराधी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा चुकी है।
6- सीआरपीसी की धारा 107/16 के तहत 20165 लोगों को निरुद्ध किय जा चुका है।
7- पुलिस-प्रशासन द्वारा जिले में 12334 में से 8,023 लाइसेंसी असलहे जमा कराये जा चुके हैं।
8- सत्यापन में हिस्ट्रीशीटरों की स्थिति
9- जिले के कुल हिस्ट्रीशीटर – 999
10- मौजूद मिले – 682
11- जेल में हैं – 145
12- पूर्व मर चुके हैं – 27
13- लापता मिले – 135
गठित किए गए 20 फ्लाईंग स्क्वायड
शांतिपूर्ण व्यवस्था में चुनाव कराने के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा 20 फ्लाईंग स्क्वायड का गठन किया गया है। एक स्क्वायड में एक मजिस्ट्रेट, एक उपनिरीक्षक, तीन सिपाही व एक वीडियो कैमरा शामिल है। यह स्क्वायड जिले में लगातार भ्रमण कर चेकिंग कर रहा है।