मध्य प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। बरसाती मेंढक भी निकलने लगे है। जो नेता पांच सालों तक मध्य प्रदेश की जनता की खबर तक लेने नहीं गए, वो के दौरे करने लगे है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 27 और 28 सितंबर को दो दिन के मध्य प्रदेश दौरे पर है। इस दौरान वह चित्रकूट के पवित्र कामदगिरि पर्वत स्थित कामतानाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद सतना और रीवा जिलों में पब्लिक रैली और रोड-शो करेंगे। सितंबर महीने में यह उनका मध्य प्रदेश का दूसरा चुनावी दौरा होगा। इससे पहले उन्होंने 17 सितंबर को भोपाल में मंत्रोच्चारण के बाद अपना करीब 14 किलोमीटर का रोड शो किया था और फिर रैली को संबोधित कर चुके है। मध्य-प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा, ‘राहुल आज हेलिकॉप्टर से इलाहाबाद से चित्रकूट के लिए रवाना होंगे और उसी दिन सुबह 11.10 बजे चित्रकूट पहुंचेंगे और सीधे कामतानाथ मंदिर के दर्शन करने जाएंगे। मंदिर दर्शन के बाद वह पास में ही दोपहर 12 बजे चित्रकूट में एक छोटी सभा करेंगे। इसके बाद वह सतना जाएंगे।’ गुप्ता ने कहा कि राहुल सतना में 2.10 बजे आम सभा को संबोधित करेंगे। वह 3.15 बजे बस से रीवा के लिए रवाना होंगे। पांच बजे रीवा शहर में रोड शो करेंगे। इसके बाद वह शाम 6.30 बजे सिरमोर सर्किल रीवा में आम सभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि 28 सितंबर को राहुल 11 बजे बस से रवाना होकर 11.20 बजे सैपुर मोड़, सुबह 11.50 बजे ग्राम बरोन, दोपहर एक बजे बैकुंठपुर में बैठक, दोपहर 3.25 बजे लालगांव में नुक्कड़ सभा, शाम 4.45 बजे नुक्कड़ सभा चुमारी (विधानसभा त्योंथर जिला रीवा) को संबोधित करेंगे। राहुल के इस दो दिवसीय दौरे के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और मध्य प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहेंगे। विंध्य वही इलाका है, जहां कांग्रेस ने 2013 में शानदार प्रदर्शन किया था। विंध्य के सियासी गणित पर नजर डालें तो, जिलों की संख्या सतना, सीधी, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया की तीस विधानसभा सीटें आती हैं। 2013 के चुनाव में यहां बीजेपी को 16, कांग्रेस को 12 और बसपा को 2 सीटें मिली थीं। विंध्य इलाका हमेंशा से क्षेत्रीय मु्द्दों और जातिगत समीकरणों से प्रभावित होता है। यूपी से लगा होने का कारण यहां बसपा का भी प्रभाव है। विंध्य में 10 सीटों के ऐलान कर बसपा ने कांग्रेस का गणित बिगाड़ दिया है। लेकिन अब राहुल गांधी ने इस इलाके पर फोकस कांग्रेस को मजबूत करने का अभियान छेड़ने की तैयारी कर ली। वहीं, विंध्य में इस बार बीजेपी को भीतरघाट का खतरा ज्यादा है। बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक अभय मिश्रा बीजेपी के लिए आफत बने हुए हैं। विंध्य में कांग्रेस से घबराई बीजेपी खास रणनीति के तहत वोटरों को साधने के प्लान में है। लेकिन इस बार दोनों ही दल के लिए विंध्य का इलाका उसके लिए खास हो गया है और ये भी तय हो गया है कि इस बार विंध्य का जनमत तय करेगा कि सूबे की सियासत पर कौन आसीन होगा। चुनावों की तैयारी में जुटी कांग्रेस दो अक्टूबर से महात्मा गांधी के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे महाराष्ट्र के वर्धा से ‘नफरत, भय और हिंसा के माहौल’ के खिलाफ अभियान शुरू करेगी। पार्टी ने यह फैसला किया है कि वर्धा में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होगी, शांति मार्च निकाला जाएगा और जनसभा भी होगी।