उत्तर प्रदेश

चौथे चरण की 53 सीटों के लिए 116 ‘दागी’ तो 189 ‘रईस’ मैदान में

यूपी विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का चुनाव प्रचार जोरों पर है. चौथे चरण में जिन 11 जिलों की 53 सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होना है वहां 18 फीसदी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. चौथे चरण के विधानसभा चुनावों के दौरान 189 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि 116 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने चौथे चरण के लिए 98 राजनीतिक दलों के 680 उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण किया, इसमें छह राष्ट्रीय दल, पांच प्रांतीय दल के अलावा 87 गैर मान्यता प्राप्त दलों के अलावा 200 निर्दलीय उम्मीदवार हैं.
सबसे ज्यादा बसपा उम्मीदवार करोड़पति
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘680 उम्मीदवारों में से 189 करोड़पति हैं. बसपा के 53 में से 45 उम्मीदवार करोड़पति हैं, भाजपा के 48 में से 36 उम्मीदवार, सपा के 33 में से 26, कांग्रेस के 25 में से 17, रालोद के 39 में से 6 और 200 निर्दलीय में से 25 उम्मीदवार करोड़पति हैं’. उप्र चुनाव के चौथे चरण में लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति एक करोड़ 90 लाख रुपये है. अगर अमीर प्रत्याशियों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा संपत्ति 70 करोड़ रुपये कौशांबी जिले की चायल विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्र ने घोषित की है, जबकि इलाहाबाद के भाजपा प्रत्याशी नंदगोपाल गुप्ता नंदी 57 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं.
इलाहाबाद के फूलपुर विधानसभा से बीएसपी उम्मीदवार मोहम्मद मसरुर शेख की कुल संपत्ति 32 करोड़ रुपये है. हालांकि इन दोनों प्रत्याशियों पर कर्ज भी उनकी कुल संपत्ति के बराबर ही है. इलाहाबाद के भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थनाथ सिंह पर भी कुल कर्ज 22 करोड़ रुपये है.
116 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
एडीआर ने कहा कि 680 उम्मीदवारों में से 116 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी दी है. 95 उम्मीदवारों ने हलफनामे में हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है. एडीआर ने कहा कि भाजपा के 19, बसपा के 12, रालोद के नौ, सपा के 13, कांग्रेस के आठ और 24 निर्दलीय उम्मीदवारों ने हलफनामे में आपराधिक मामले की जानकारी दी है.
चौथे चरण में महिलाओं की भागीदारी कम
वहीं महिलाओं की उपेक्षा लगातार चौथे चरण में भी देखी जा रही है. चौथे चरण के कुल 680 उम्मीदवारों में केवल 9 फीसदी ही महिलाएं हैं. एडीआर के मुताबिक इस चरण में सबसे ज्यादा 74.5 फीसदी नौजवानों को टिकट दिए गए हैं जिनकी आयु 25 साल से 50 साल के बीच है.

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