रायपुर। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में 72 सीटों पर मतदान जारी है। दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार का काम रविवार शाम पांच बजे समाप्त हो गया। इस चरण में 1,39,75,470 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 72 सीटों पर कुल 843 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिसमें सबसे अधिक प्रत्याशी रायपुर दक्षिण में 38 तथा सबसे कम पांच प्रत्याशी सराईपाली से मैदान में हैं। छत्तीसगढ़ के निर्वाचन अधिकारी सुनील कुजुर ने बताया कि 19 जिलों में 72 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक मतदान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन सीटों पर मतदान होने जा रहा है उनमें से सामान्य वर्ग के 46, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 17 तथा अनुसूचित जाति वर्ग की 9 सीटें हैं। दूसरे चरण के मतदान में मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं में पुरुषों की संख्या 71,39, 631 है, जबकि महिलाओं की संख्या 68,30,179 तथा सर्विस ग्रेड के मतदाताओं की संख्या 5,660 है। कुल 843 प्रत्याशियों में 75 महिलाएं हैं। मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशियों की संख्या 236, पंजीकृत दल के प्रत्याशी 289 तथा 318 निर्दलीय हैं। मतदान कार्य में 20 हजार मतदान दल गठित किए गए हैं तथा 80 हजार कर्मचारियों को लगाया गया है। मतदान प्रक्रिया को पूर्ण करने 20,957 ईवीएम मशीन का उपयोग किया जाएगा और 18,015 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश मतदान केंद्रों में दो ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जाएगा। केवल रायपुर दक्षिण के मतदान केंद्रों में ईवीएम मशीन की संख्या तीन होगी। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं आखिरी चरण की 72 सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है।
इस चरण में राज्य के नौ मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष धरम कौशिक, विपक्ष के नेता रविन्द्र चौबे, पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पान्डेय, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी, पूर्व मंत्री शक्राजीत नायक, पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर एवं भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू समेत कई प्रमुख नेताओं की चुनावी किस्मत कल ईवीएम में कैद हो जायेगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा एवं कांग्रेस दोनो में कांटे की टक्कर हुई थी। दोनो पार्टियों को 35-35 सीटों पर सफलता मिली थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने दो सीटों पर परचम लहराया था। इस बार दोनो ही मुख्य दल जहां अपनी सीटे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वहीं पर बसपा के साथ ही छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के भी प्रत्याशियों के कई सीटों पर मुख्य मुकाबले में शामिल होने की खबरें आ रही है।
भाजपा एवं कांग्रेस दोनो को कई सीटों पर बागियों की चुनौती से जहां जूझना पड़ रहा है, वहीं बसपा एवं छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच भी कई सीटों पर उनकी चुनावी संभावनाओं को प्रभावित करते नजर आ रहे है। अन्दर से इनके प्रभाव से घबराए दोनों दल भाजपा एवं कांग्रेस इनसे एक दूसरे को नुकसान का दावा कर रहे है।