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जम्मू-कश्मीर का एक ऐसा इलाका जहां मौत लेकर आती है लोहड़ी-दिवाली
त्योहारों के मौके पर पंचैरी के पुरानीभुत्ती क्षेत्र को जैसे किसी की नजर लग जाती है। खुशी का माहौल यहां गम में बदल जाता है। दीपावली और लोहड़ी इस गांव में मौत लेकर आती है। मौत के मामले या तो संदिग्ध होते हैं या फिर हत्या का। लेकिन आज तक कोई मामला सुलझा नहीं है।
वर्ष 2008 से पुरानीभुत्ती में त्योहार पर संदिग्ध मौत या हत्या का सिलसिला शुरू हुआ जो थम नहीं रहा है। हालात ये हो गए हैं कि लोहड़ी और दीपावली पर गांव के लोग भयभीत रहते हैं।
इस बार दीपावली पर गांव के करतार सिंह का शव उसके घर से कुछ ही दूरी पर संदिग्ध हालत में मिला। इससे पहले वर्ष 2014 में दिवाली पर पंचैरी के दनोता में रहने वाले शेर सिंह का शव एक पहाड़ी के नीचे मिला था। पुलिस ने इस संदिग्ध मौत की जांच शुरू की थी, लेकिन कुछ नतीजा नहीं निकला। यह भी पता नहीं चला कि वह पहाड़ी पर क्यों गया था।
दंडोता पंचैरी के पूर्व सरपंच जीवन शर्मा ने कहा कि जब भी लोहड़ी-दिवाली नजदीक आती है, लोगों को इसी बात का भय लगा रहता है कि क्या पता इस बार त्योहार पर किसका शव मिलने वाला है। भय के कारण इलाके के लोग त्योहारों को सही तरीके से मना नहीं पाते हैं।
उन्होंने कहा कि संदिग्ध मौत और हत्या की मुख्य वजह अवैध रूप से शराब का धंधा है। इसमें विवाद के कारण ही हत्याएं होती हैं। पूरे क्षेत्र के लोग इस तरह की होने वाली घटनाओं को राकेने के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने को तैयार है।