जम्मू-कश्मीर से Article 370 हटाने पर अरुण सिंह बोले, 70 साल की समस्या 70 दिन में खत्म…
आगरा । जम्मू-कश्मीर की वर्तमान स्थिति और पुराने नारकीय हालत पर चर्चा करने के साथ अनुच्छेद 370 हटाने के फायदे गिनाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने इसे ऐतिहासिक निर्णय करार दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 70 साल की समस्या को 70 दिन में खत्म कर दिया है। ये कोई चुनावी स्टंट नहीं बल्कि राष्ट्रहित में लिया गया फैसला है।
सोमवार को आरबीएस कॉलेज, खंदारी के सभागार में आयोजित प्रबुद्धजन गोष्ठी में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए हैं। गोष्ठी आरंभ होने से पूर्व पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के सामने अनुच्छेद 370 को आंतरिक मामला बताया, जिसे ट्रंप ने भी समर्थन दिया। राष्ट्रीय महासचिव ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर बनने का कारण बताया।
आर्टिकल 35 ए बिना किसी परमिशन ने नेहरू ने ही लगाया और लोगों के सांविधानिक अधिकार के साथ मौलिक अधिकार का भी उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और इसलिए विश्व के सभी नेता उनके साथ चल रहे हैं। मंदी पर अरुण सिंह ने कहा कि सरकार ने जो घोषणाएं की हैं उनसे मंदी दूर होगी। रोजगार के साथ विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। बैंकों को लोन मेले आयोजित करने के लिए आग्रह किया गया है। भारत निवेश की दृष्टि से विश्व में सबसे बेहतर है। अरुण सिंह ने जीएसटी पर कहा कि इससे एक देश एक कर प्रणाली लागू हुई। प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर कहा कि सभी जनपद ओडीएफ घोषित हो चुके हैं। कानून व्यवस्था का राज है। बदमाश प्रदेश छोड़कर भाग चुके हैं।
अरुण सिंह ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जमीन से कटे नेता थे। वो जब अमेरिका जाते थे तो कोई नहीं जान पाता था लेकिन अब देश के प्रधानमंत्री अमेरिका जब भी जाते हैं तो पूरी दुनिया का ध्यान उधर ही होता है।
बता दें कि भाजपा निराश्रितों तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने के साथ ही सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों को समाज के प्रबुद्धजनों तक पहुंचाने में जुटी है। इसी क्रम में अनुच्छेद 370 के फायदे गिनाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर हुए घात की उपलब्धियां गिनाने के लिए पार्टी ने प्रबुद्धजन गोष्ठी का आयोजन किया है। राष्ट्रीय एकता अभियान के माध्यम से जनजागरण किया जा रहा है। गोष्ठी में समाज के विभिन्न वर्ग डॉक्टर, सीए, इंजीनियर, प्रोफेसर और छात्रों शामिल हुए हैं। इसमें उन्हीं लोगों को प्राथमिकता दी गई है जिनका राजनीति और किसी दल से सीधा वास्ता नहीं है।