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जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल स्थल सुरक्षित नहीं? जिस अधिकारी ने रिपोर्ट दी, उसका हुआ ट्रांसफर

jaipur-lit-fest_650x400_61453140383जयपुर: विश्व प्रसिद्ध जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का तयशुदा स्थल इस साल प्रोग्राम शुरू होने से पहले ही विवादों के घेरे में आ सकता है। कोर्ट में एक पिटीशन दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि पुलिस द्वारा कार्यक्रम स्थल को लेकर सिक्यॉरिटी से जुड़ी चिंता जताने के बाबत एक रिपोर्ट फाइल करने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा ने इस फेस्टिवल की अनुमति दे दी।

इस पिटीशन पर सुनवाई 20 जनवरी को होगी, यानी कार्यक्रम शुरू होने से एक दिन पहले। जाहिर है, आखिरी वक्त में फेस्टिवल संबंधी कुछ बदलाव हो सकते हैं।

रिपोर्ट में फेस्टिवल के दौरान भगदड़ की संभावना को लेकर चिंता जाहिर की गई है। पिछले साल करीब 35 हजार लोग कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। जबकि, जगह केवल 2 हजार लोगों की थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि फेस्टिवल को लेकर खतरे की अवधारणा भी है जोकि दुनिया के सबसे अधिक सम्मानजनक साहित्यिक जमावड़ों में से एक है जहां दुनिया के कई सबसे माननीय लेखक सालों से मिलते रहे हैं।

सुरक्षा को लेकर मामला उठाने वाले और कार्यक्रम स्थल के लिए परमिशन न देने वाले पुलिस अधिकारी रवि दत्त गौर का पिछले हफ्ते ही ट्रांसफर कर दिया गया था।

पिटीशन दायर करने वाले शख्स के वकील एक जैन ने कहा कि हालांकि 1 जनवरी को ही परमिशन देने से इंकार कर दिया गया था, लेकिन ‘कुछ खास प्रकार के दबाव’ के चलते 4 जनवरी को इसी वैन्यू पर कार्यक्रम की परमिशन दे दी गई।

दिग्गी पैलेस के मालिक राम प्रताप दिग्गी का कहना है कि भीड़ बढ़ने के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम भी कड़े कर दिए गए हैं। दिग्गी पैलेस दिग्गी परिवार का घर है जिसो 15 साल पहले हैरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया था। उनका कहना है कि यदि 35 हजार लोग आते भी हैं तो वे सब एक ही जगह पर नहीं जुटते हैं, कार्यक्रम 7 से 8 स्पॉट्स पर होता है…। हम यह सुनिश्चित करते हैं आग बुझाने के उपकरण और कई सारे एग्जिट पॉइंट मुहैया करवाए जाएं।

इस विवाद को परिवार के ही एक सदस्य ने हवा दी। दिग्गी के भतीजे गजराज दिग्गी ने कहा कि एग्जिट तो हैं लेकिन बावजूद इसके सिक्यॉरिटी संबंधी चिंता भगदड़ होने के दौरान होगी ही।

इस साल के कार्यक्रम में विशेष संबोधन कनाडा की कवि और उपन्यासकार मार्गरेट अटवुड का होगा। उनके अलावा राजनीतिक वैज्ञानिक क्रिस्टोफ जैफरलॉट, स्तंभकार बेन मैकिनटायर और ब्रिटेन के लेखक पेट्रिक फ्रेंच जैसी हस्तियां भी शामिल होंगी।

 

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