राष्ट्रीय
जल स्वावलंबन अभियान में सीएम राजे देंगी 6 महीने का वेतन, घोषणा के बाद लगी आर्थिक सहयोग देने की झड़ी
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में अपनी ओर से 6 महीने का वेतन देने की बड़ी घोषणा की है। राजधानी जयपुर में इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्था सभागार में अभियान के सिलसिले में आयोजित एक कार्यशाला में सीएम राजे ने यह घोषणा की।
मुख्यमंत्री की ओर से 6 महीने का वेतन देने की नज़ीर पेश करने के बाद तो इस अभियान में आर्थिक सहायता देने का सिलसिला चल पड़ा।
इसी कार्यशाला में भाजपा विधायक दल ने प्रत्येक भाजपा विधायक के एक-एक महीने का वेतन अभियान को देने की घोषणा भी की। यही नहीं, अभियान को आर्थिक सहयोग देने वालों में सांसद भी पीछे नहीं रहे। सांसदों ने भी अभियान को एक महीने का वेतन देने का ऐलान किया।
जयपुर जिला प्रमुख ने दो महीने का वेतन तो गंगानगर जिला प्रमुख ने 51 हज़ार रूपए का आर्थिक सहयोग देने का वादा किया।
अभियान को आर्थिक सहयोग देने के क्रम में प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों के संगठन आरएएस एसोसिएशन ने भी अपना एक दिन का वेतन देने पर सहमति जताई। यही नहीं इस अभियान के लिए जल संसाधन महकमें के अभियंताओं ने भी अपने एक दिन का वेतन अभियान के नाम करने की घोषणा की।
कार्यशाला के मौके पर श्री श्री रविशंकर और मदन दाती महाराज ने भी अभियान में आर्थिक सहयोग का आश्वासन दिया। इसी तरह से रामस्नेही सम्प्रदाय और राधास्वामी सत्संग ने भी अभियान में आर्थिक सहयोग का वादा किया।
बाबा रामदेव और डेरा सच्चा सौदा समेत अन्य धार्मिक संस्थानों ने भी इसी तरह से आर्थिक सहयोग का वादा किया। अभियान में विश्व हिन्दू परिषद का भी सहयोग लिया जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जल क्रांति अब जन क्रांति बन रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का आभार जताते हुए कहा कि प्यासे को जल पिलाना आज भी पूण्य का काम माना जाता है। उन्होंने सरकार की तरफ से आश्वस्त किया कि इस अभियान में एनएसएस, नेहरू युवा संस्थान, रोटरी क्लब और अन्य सभी तरह की संस्थाओं और संगठनों का पूरी तरह से सहयोग मिलेगा।
राठौड़ ने कहा कि सरकार की कोशिश सभी को जोड़कर इस अभियान में सफलता पाने की है। उन्होंने कहा कि ये कोई कार्यक्रम नही बल्कि एक अभियान है।
उद्योग मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने अपने सम्बोधन में कहा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को इस अभियान का लाभ मिलेगा। अभियान के ज़रिये हर गांव को आत्मनिर्भर किया जाएगा। उन्होंने जल स्वावलम्बन अभियान को रिसर्जेन्ट राजस्थान से भी ज्यादा महत्वपूर्ण बताया और सभी को कंधे से कंधा मिलाकर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की। खींवसर ने सीएसआर एक्टिविटीज की भी जानकारी दी।
जल संसाधन मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि विभिन्न धार्मिक गुरुओ को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है कि स्वावलंबन अभीयान में सरकार ने जल संरक्षण उपाय से ग्रामीण इलाकों पीने का पानी उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। अभियान में प्राचीन बावडि़यों व अन्य जल स्रोतों के संरक्षण के साथ एनीकट निर्माण और वर्षा जल बचाकर पानी का पेयजल और कृषि के लिए उपयोग के लिए संरक्षित किया जाएगा। अभियान के के प्रथम चरण में 295 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत किया गया है।