नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश की जनता से 14वीं बार रेडियो पर मन की बात करते हुए जलवायु परिवर्तन पर गहरी चिंता जाहिर की। इसके साथ ही पीएम ने कई अन्य मुद्दों पर भी जनता से अपने विचार साझा किए।
पीएम की बातों के मुख्य अंश…
- दीपावली के पावन पर्व के दौरान आपने छुट्टियां काफी अच्छे ढंग से मनाई होंगी।
- सामाजिक जीवन में उत्सव का अपना एक महत्व होता है।
- कभी उत्सव घाव भरने के काम आते हैं तो कभी नई ऊर्ज़ा देते हैं।
- जलवायु परिवर्तन का प्रभाव कितनी तेजी से बढ़ रहा है, अब हम लोग अनुभव कर रहे हैं।
- देश में पिछले दिनों काफी बारिश और बेमौसमी बरसात व लंबे समय तक वर्षा से तमिलनाडु में नुकसान हुआ व अन्य राज्यों पर भी इसका असर हुआ। मैं इस संकट की घड़ी में उन सभी परिवारों के प्रति अपनी शोक-संवेदना प्रकट करता हूं।
- राज्य सरकारें राहत और बचाव कार्यों में पूरी शक्ति से जुट जाती हैं। केंद्र सरकार भी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर काम करती है। मुझे विश्वास है कि तमिलनाडु इस संकट के बावज़ूद भी फ़िर एक बार बहुत तेज़ गति से आगे बढ़ने लगेगा।
- हर स्तर पर हमें अपनी क्षमता निर्माण के लिए काम करना बहुत जरूरी हो गया है।
- हम सार्क देशों को मिलकर आपदा प्रबंधन के लिए एक संयुक्त अभ्यास करना चाहिए।
- फसल के अवशेष भी बहुत कीमती होते हैं। वे अपने आप में एक जैविक खाद होती है। हम उसको बर्बाद करते हैं।
- फसल के अवशेष जलाने से जमीन के ऊपर की परत जल जाती है, जो हमारी उर्वरा भूमि को मृत्यु की ओर धकेल देती है।
- किसानों को प्रशिक्षित करना पड़ेगा, सत्य समझाना पड़ेगा कि फसल अवशेष जलाने से हो सकता है समय, मेहनत बचती होगी, लेकिन ये सच्चाई नहीं है।
- फसल के अवशेष को फिर से एक बार ज़मीन में दबा दिया जाये तो वो खाद बन जाता है।
- आगामी 3 दिसंबर को ‘इंटरनेशनल डे ऑफ़ पर्सन्स विद डिसेबिलिटीज़’ को पूरा विश्व याद करेगा।
- ‘अंगदान’ मूल्यवान जिंदगियों को बचा सकता है। ‘अंगदान’ एक प्रकार से अमरता लेकर आता है।
- पिछली बार मैंने ‘अंगदान’ के लिए हेल्पलाइन की चर्चा की थी। इसके बाद फोन कॉल्स में क़रीब 7 गुना वृद्धि हुई।
- एक शरीर से दूसरे शरीर में जब अंग जाता है तो उस अंग को नया जीवन मिल जाता है, लेकिन उस जीवन को नई जिंदगी मिल जाती है।
- ट्रांसप्लांट के लिए इंतजार कर रहे मरीजों, ऑर्गन डोनर्स, ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन की एक नेशनल रजिस्ट्री 27 नवंबर को लॉन्च कर दी गई है।
- कभी-कभी पीड़ा होती है, जब कहीं उनका उपहास होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग लोग हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
- कश्मीर के जावेद अहमद को अतांकवाद की चोट भी चित नहीं कर पाई। जावेद अहमद विकलांगों के मसीहा बनकर आज एक मौन क्रांति कर रहे हैं।
- जावेद अहमद के जीवन को, उनकी इस तपस्या को और उनके समर्पण को 3 दिसंबर को विशेष रूप से याद करता हूं।
- एक नागरिक के नाते जीवन में कभी न कभी तो किसी न किसी सरकारी बाबू से बुरा अनुभव आता ही आता है।
- बिल गेट्स, मिलिंडा गेट्स भारत में बहुत सामाजिक काम करते हैं। उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ कमाया, उसे गरीबों के लिए काम करने में खपा रहे हैं।
- बिल गेट्स, मिलिंडा गेट्स जब भी भारत आते हैं तो आशा–वर्करों की मेहनत और समर्पण की बहुत तारीफ करते हैं।
- उड़ीसा के तेंदागांव की आशा-वर्कर जमुना मणिसिंह ने मलेरिया की रोकथाम के लिए पूरे समर्पण भाव से काम किया।
- नौजवान मित्रों से my gov पर उपलब्ध स्वच्छ भारत, आदर्श ग्राम और हेल्थ सेक्टर से जुड़ी तीन ई-बुक देखने का आग्रह करता हूं। नौजवान मित्र 8वीं, 9वीं, 10वीं के बच्चों को ई-बुक दिखाएं।
- पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन से चिंतित है। क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग, डगर-डगर पर उसकी चर्चा भी है, चिंता भी है।
- पृथ्वी का तापमान अब बढ़ना नहीं चाहिए। ये हर किसी की ज़िम्मेवारी भी है, चिंता भी है।
- तापमान से बचने का एक सबसे पहला रास्ता है, ऊर्जा की बचत ‘एनर्जी कन्जर्वेशन’। 14 दिसम्बर ‘नेशनल एनर्जी कन्जर्वेशन दिवस’ है।
- कानपुर की नूरजहां सोलर ऊर्जा से सूर्य शक्ति का उपयोग करते हुए ग़रीबों को रोशनी देने का काम कर रही हैं।
- नूरजहां ने महिलाओं की समिति बनाई है और सोलर ऊर्जा वाली लालटेन का प्लांट लगाया है और महीने के 100 रुपये के किराये पर वो लालटेन देती हैं।
- मैंने सुना है कि 500 घरों के लोग आकर उनसे लालटेन ले जाते हैं। इस तरह रोजाना करीब 3-4 रुपये खर्च से पूरे घर में रोशनी रहती है।
- मुद्रा एंटरप्राइज को एनकरेज कर रही है। मुद्रा अर्निंग के अवसर पैदा करती है और मुद्रा सच्चे अर्थ में सशक्त करती है।
- अगर मैं सरल भाषा में समझाऊं तो ‘तीन ई- एंटरप्राइज, अर्निंग, एम्पावर्मेंट’।
- छोटा-छोटा काम करने वाले लोग ही देश की आर्थिक शक्ति होते हैं। हम उसी को बल देना चाहते हैं।
- 31 अक्टूबर सरदार पटेल की जयंती के दिन मैंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत की चर्चा की थी, इसको एक योजना का रूप देना चाहता हूं। mygov पर सुझाव मांगे थे। प्रोग्राम का ढांचा कैसा हो? लोगो क्या हो? जन-भागीदारी कैसे बढ़े? इस पर काफ़ी सुझाव आ रहे हैं। बहुत स्पेसिफिक स्कीम की अपेक्षा करता हूं। आप भी अपना क्रिएटिव माइंड लगाइए।
- ठंड का मौसम शुरू हो रहा है। ठण्ड में खाने का तो मज़ा आता ही आता है, कपड़े पहनने का भी मज़ा आता है, लेकिन मेरा आग्रह रहेगा व्यायाम कीजिए।
- अच्छा मौसम है, तो अच्छी आदत भी हो जाए। मेरे प्यारे देशवासियों को फिर एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात करने से पहले ही ट्वीट कर लोगों से उनके सुझाव MyGov पर डालने का आग्रह किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली मन की बात में केंद्र सरकार के छोटे पोस्ट के लिए नौकरियों में इंटरव्यू खत्म किए जाने का एलान किया था। केंद्र सरकार के ग्रुप बी, सी और डी की नॉन गैजेटेड नौकरियों में इंटरव्यू की अनिवार्यता ख़त्म कर दी गई थी।