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जानिए कौन हैं कश्मीर में सरकार के वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा
केन्द्र सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व डायरेक्टर दिनेश्वर शर्मा को जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया के लिए सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त किया है। केरल कैडर के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी शर्मा ने विभिन्न एजेंसियों के साथ 23 वर्षों तक काम किया है। कूटनीति के मुद्दे पर उन्हें बड़ा खिलाड़ी माना जाता है।
इसीलिए सरकार ने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। शर्मा की खास बात ये है कि वह लो प्रोफाइल रहकर अपना काम करते हैं। मूल रूप से बिहार के पाली गांव निवासी शर्मा केरल कैडर के आईपीएस रहे हैं। उन्होंने लंबे समय तक आईबी में विभिन्न जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया है। आईबी के निदेशक बनने से पहले वह आईबी में ही महत्वपूर्ण काउंटर सर्विलांस विभाग के प्रमुख पद पर तैनात थे और इस पद पर रहते हुए उन्होंने एजेंसी को कई अभियानों में सफलता दिलाई है।
आईपीएस में आने से पहले शर्मा का चयन इंडियन फोरेस्ट सर्विस के लिए भी हुआ था। लेकिन जल्द ही वह आईपीएस में चयनित हो गए। उन्होंने डिविजनल पुलिस ऑफिसर समेत कई पदों पर पैरा-मिलिट्री और इंटेलिजेंस एजेंसी में सेवाएं दी हैं। शर्मा काफी समय तक कश्मीर में भी तैनात रहे हैं। इसलिए उन्हें कश्मीर के सामाजिक और राजनीतिक हालातों की गहरी जानकारी है। इसके अलावा उन्होंने नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान में बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईबी में काम किया है।
आईबी में रहने के दौरान दिनेश्वर शर्मा ने ईस्ट जर्मनी, पोलेंड, इजरायल और साउथ कोरिया में भी लंबी ट्रेनिंग ली है। शर्मा ने आईबी प्रमुख के रूप में पहले कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के साथ भी काम किया है। डोवाल भी केरल काडर के थे।
शर्मा ने साल 1999 से 2003 में सीमा सुरक्षाबल में डीआईजी उसके बाद साल 2003-2005 तक आईबी (इस्लामिक टेरेरिज्म डेस्क) में जॉइंट डायरेक्टर पद पर कार्य किया। सीआरपीएफ में वह जम्मू-कश्मीर इंचार्ज भी रहे हैं।