जाने दिल्ली-एनसीआर में ही क्यों आता रहता है भूकंप?
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रविवार दोपहर तकरीबन 03.47 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. शुरुआती जानकारी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 मापी गई है. इस भूकंप का केंद्र हरियाणा के सोनीपत में है. दिल्ली और आस-पास के क्षेत्र में अक्सर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं. आइए जानते हैं दिल्ली में बार-बार क्यों आता है भूकंप:
दिल्ली भूकंपीय क्षेत्रों के जोन 4 में स्थित है. देश को इस तरह के चार जोन में बांटा गया है. जोन-4 में होने की वजह से दिल्ली भूकंप का एक भी भारी झटका बर्दाश्त नहीं कर सकती.
दिल्ली हिमालय के निकट है जो भारत और यूरेशिया जैसी टेक्टॉनिक प्लेटों के मिलने से बना था. धरती के भीतर की इन प्लेटों में होने वाली हलचल की वजह से दिल्ली, कानपुर और लखनऊ जैसे इलाकों में भूकंप का खतरा सबसे ज्यादा है.
दिल्ली के पास सोहना, मथुरा और दिल्ली-मुरादाबाद तीन फॉल्ट लाइन मौजूद हैं, जिसके चलते भूकंप की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. वहीं मध्यम खतरे वाले क्षेत्र हैं दक्षिण पश्चिम, उत्तर पश्चिम और पश्चिमी इलाका. सबसे ज्यादा खतरे वाले क्षेत्र हैं उत्तर, उत्तर पूर्व, पूर्वी क्षेत्र.