जानें, प्रेग्नेंसी के दौरान मछली का सेवन करना कितना है फायदेमंद
ये बात तो हम सभी जानते हैं कि हर महिला के जीवन में गर्भावस्था का समय बेहद ही ज्यादा सुखद होगा वहीं बताते चलें कि गर्भावस्था में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है इस दौरान उनका खास ध्यान रखना पड़ता है। इसके अलावा इस दौरान ऐसे में खाने पीने, सोने बैठने हर तरीके में काफी बदलाव करना पड़ता है। ये बात भी सच है कि गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत ज्यादा भूख लगती है और ज्यादातर महिलाएं भूख लगने पर जंक फूड और अस्वास्थ्यप्रद आहार खाना चाहती हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने खाने का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने के लिए जरूरी है। आज हम आपको एक ऐसी ही विशेष जानकारी देने जा रहे हैं जो हर प्रेग्नेंट महिला के लिए जानना जरूरी है। दरअसल हम आपको बताने जा रहे हैं प्रेग्नेंट महिला को मछली का सेवन करना चाहिए या नहीं यह बात बहुत कम लोगों को पता होती है। हम आपको बता दें कि मछली का सेवन करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन साथ ही हमें इसका सेवन करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना भी जरूरी होता है।
सबसे पहले बात करते हैं गर्भावस्था में मछली के सेवन से होने वाले फायदे के बारे में-
बताते चलें की गर्भावस्था के दौरान मछली बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए हम ऐसा नहीं कहेंगे क्योंकि ये पूरी तरह से नुकसानदेह नहीं होता लेकिन हां ये जरूर ध्यान रखना चाहिए की गर्भावस्था के दौरान सप्ताह में 12 औंस तक मछली का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को प्रोटीन और आयरन प्राप्त होता है।
जी हां बता दें कि एक गर्भवती महिला को 1 दिन में कम से कम 27 मिलीग्राम आयरन का सेवन जरूरी होता है ऐसे में गर्भवती महिला को एनीमिया की समस्या से छुटकारा मिलती है। आयरन के साथ साथ गर्भवती महिला को 71 ग्राम प्रोटीन का भी सेवन करना जरूरी होता है इसके अलावा मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो कि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए काफी जरूरी होता है. इस एसिड से बच्चे का दिल सुरक्षित रहता है और उसके मस्तिष्क का विकास सही ढंग से होता है।
अब बात करते हैं गर्भावस्था के दौरान मछली खाने से होने वाले नुकसान के बारे मे
सबसे पहले बात करें मछली की तो ये जानना बेहद जरूरी होता है कि इसमें मिथाइल मरकरी अधिक मात्रा में पाया जाता है। जो कि भ्रूण के मस्तिष्क नर्वस सिस्टम और किडनी को नुकसान पहुंचाती है इतना ही नहीं इसे एक तरह का जहरीला एसिड माना जाता है जो कि भ्रूण को नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में कुछ ऐसी भी मछलियां होती है जिनका प्रेगनेंसी के दौरान भूलकर भी सेवन करना नुकसानदायक होता है। इसलिए ध्यान रहे अगर आप मछली का सेवन कर भी रहे हैं तो कोड, सालमन, क्रैब, कैटफिश श्रिम्प जैसे सी फ़ूड का सेवन गर्भावस्था के दौरान करें।