जापान ने सेंदई परमाणु संयत्र में दूसरा रिएक्टर दोबारा शुरु किया
दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
टोक्यो:जापान सरकार ने वर्ष 2011 में फुकुशिमा परमाणु आपदा के बाद परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में लौटने के इरादे के साथ दक्षिण पश्चिम कुशु द्वीप पर सेंदई परमाणु संयत्र पर दूसरा रिएक्टर शुरु कर दिया है। ईंधन खर्च में कटौती करने के लिए आतुर प्रधानमंत्री शिंजो आबे देश की ऊर्जा में 20-22 प्रतिशत परमाणु ऊर्जा की हिस्सेदारी चाहते है।लेकिन उनके लिए यह लक्ष्य पूरा करना आसान नहीं होगा क्योंकि जापान में अब भी परमाणु ऊर्जा विरोधी माहौल है। ओपिनियन पोल में लगातार जनता परमाणु ऊर्जा का कड़ा विरोध करती दिखाई दे रही है। यहां तक कि महंगे जीवाश्म ईंधन के कारण बिजली बिलों में बढ़ोत्तरी के बावजूद जापान में परमाणु ऊर्जा का जोरदार विरोध किया जा रहा है।
फुकुशिमा परमाणु आपदा के बाद जापान को सुरक्षा कारणों से परमाणु संयत्र बंद करने पड़े थे जिसके बाद इसको परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में काफी नुकसान उठाना पड़ा।लेकिन अब सेंदई परमाणु संयत्र की दूसरी इकाई के फिर से खुलने से जापान इस नुकसान की भरपाई कर सकेगा। कुशु विद्युत ऊर्जा कंपनी ने दो वर्ष तक यंत्रों की जांच के बाद सेंदई संयत्र की पहली इकाई शुरु की थी। दूसरी इकाई में 21 अक्टूबर से ऊर्जा पैदा होने लगेगी और करीब नवंबर में इसमें व्यावसायिक कार्य शुरु होने की संभावना है। हालांकि इसके बावजूद परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में जापान को अभी लंबी दूरी तय करनी है। एक अनुमान के मुताबिक अगले कुछ वर्षों में इसके 42 रिएक्टर में से केवल सात रिएक्टर शुरु होने की संभावना है। जापान में मार्च 2011 को आए विनाशकारी भूकंप और सूनामी के बाद छह रिएक्टर वाले फुकुशिमा दाइची परमाणु संयत्र में रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक होने से एक लाख 60 हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा जिसमें से ज्यादातर अभी तक वापस नहीं लौटे हैं।