जिनके पास होती हैं ये 6 चीजें… उनकी तरफ दुख देखता तक नहीं
महाभारत में जीवन के कई पहलुओं पर रोशनी डालती है। इस ग्रंथ में कई महापुरुषों की नीतियों और विचारों का संग्रह है। महाभारत की नीतियों में जीवन के कई सूत्र हैं।
सुखी जीवन से लेकर आत्मिक शांति तक हर पहलु पर महाभारत में नीतियां हैं। किन चीजों से इंसान को दुःख मिलता है, किन बातों से वो सुखी होता है, किन चीजों के होने से जीवन सफल होता है, ऐसी कई बातें इस ग्रंथ में बताइ गई हैं।
इसी ग्रंथ में धृतराष्ट्र और विदुर की बातचीत में एक नीति बताई गई है। जब विदुर से धृतराष्ट्र ने पूछा कि सफल और सुखी जीवन के लिए क्या-क्या जरूरी है, तो विदुर ने उन्हें उन छः चीजों के बारे में बताया जो जीवन को सफल बनाती है। किसी भी इंसान का जीवन इन 6 चीजों के आसपास ही बुना होता है, अगर ये हैं तो वो इंसान संसार का सबसे सुखी इंसान माना जाएगा।
धृतराष्ट्र के सवाल पर विदुर ने कहा…
अर्थोगमो नित्यमरोगिता च, प्रिया च भर्या प्रियवादिनी च।
वश्यच्श्र पुत्रोर्थकरी च विद्या, षड् जीवलोकस्य सुखानी राजन्।।
अर्थ – जिसके पास नियमित धन की आवक है, जो निरोगी रहता है, जिसकी पत्नी स्वभाव से बहुत अच्छी हो, जिसकी वाणी में मधुरता हो, जिसका पुत्र आज्ञाकारी हो और जिसने शिक्षा ली हो, ये छः चीजें जिनके जीवन में हो, वो सुखी होते हैं।
अगर इंसान के जीवन में इंकम के साधन है, कोई बीमारी नहीं है, पत्नी अच्छी है, उसकी वाणी में कोई दोष नहीं है, संतान अच्छी है और उसकी एजुकेशन भी अच्छी है तो वो इंसान दुनिया के सबसे सुखी इंसानों में से है।