एजेन्सी/विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष अजय भट्ट के साथ पत्रकार वार्ता में पहुंचे विधायक गणेश जोशी उन घोड़े को पीटने और घायल करने के आरोपों पर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि राजनीतिक रैली में आंदोलनकारियों पर अंग्रेजों की तरह घोड़े दौड़ाए गए।
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं पशु प्रेमी हूं। मैंने जो घर पर कुत्ता पाला है वह स्ट्रीट डॉग है जिसे गंभीर बीमार हालात में देख कर सड़क से उठाकर लाया और डाक्टरों से इलाज करवाया। उन्होंने कहा कि मैंने घोड़े पर लाठी नहीं चलाई। अगर यह साबित होता है तो उनकी भी एक टांग काट ली जाए। ऐसा बोलने के उनका गला भर आया और वह फफक पड़े।
गणेश ने कहा कि सरकार ने मीडिया के एक हिस्से को मैनेज कर मामले में डॉक्टर्ड वीडियो चला तूल दे दिया। ऐसे मीडिया के खिलाफ वह कोर्ट में जा रहे हैं। उन्होंने वह तो सिर्फ डंडा फटकार रहे थे अगर वह ऐसा नहीं करते तो वहां घुड़सवार पुलिस कई लोगों को गंभीर चोटें पहुंचा देती। उन्होंने कहा कि घोड़े को गिराने वाला शायद कांग्रेस कार्यकर्ता या कोई और हो सकता है, जो एक जांच का विषय है।मेरी विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच मेरी लोकप्रियता से खीज कर मुकदमा दर्ज करवाया है। सीएम तानाशाह की तरह पेश आ रहे हैं। उन्होंने कहा जो घोड़ा घायल हुआ है वह आईएमए का रिटायर है और दस साल सेवाओं के बाद पुलिस में शामिल हुआ है। मैं कल शाम को उसका हाल जानने गया था। भले मैंने घोड़े को घायल नहीं किया, लेकिन उसके इलाज का खर्च मैं वहन करूंगा।
एसएसपी पर नहीं उठाया हाथ
एक वीडियो में विधायक गणेश के एसएसपी सदानंद दाते का हाथ मरोड़ने के क्लिप पर अजय भट्ट ने कहा कि विधायक की मंशा एसएसपी से भिड़ने की नहीं रही। यह तो कार्यकर्ताओं पर पुलिस के हमले के बाद उनको रोकने की कोशिश भर है, लेकिन फिर भी हम इस तरह की घटना का समर्थन नहीं करते।