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झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस समारोह, एक साल का रिपोर्ट कार्ड देगी सरकार : मुख्यमंत्री

2015_11$largeimg223_Nov_2015_085037250रांची: रघुवर सरकार अपने एक वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा जनता के बीच रखेगी़   28 दिसंबर को सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर रिपोर्ट कार्ड जारी किया जायेगा़.  रविवार को विधानसभा के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में  मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसकी घोषणा की़  मुख्यमंत्री ने कहा : हमारी सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है़. हम एक वर्ष का लेखा-जोखा राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के सामने रखेंगे़. हमारे पास बहुमत जरूर है़  लेकिन हम सभी दलों को साथ लेकर विकास में आगे बढ़ना चाहते है़ं.

आलोचना से नहीं घबराता : मुख्यमंत्री ने कहा : मैं आलोचना से घबराता नहीं हू़ं   आलोचना को छुपी हुई प्रशंसा मनता हू़ं   आलोचना स्वस्थ्य और तथ्यपूर्ण होनी चाहिए़  बिना सिर-पैर की आलोचना नहीं होनी चाहिए़.  उन्होंने कहा : देश में नकारात्मक राजनीति हो रही है़.  संसद नहीं चलने दिया जाता है़.  ऐसे में संसदीय लोकतंत्र कैसे चलेगा़.  जनता को न्याय कैसे मिलेगा़   वाकआउट होता है, लेकिन सदन नहीं चलने देना सही नहीं है़.

जनप्रतिनिधि भी  लक्ष्मण रेखा पार ना करें : मुख्यमंत्री ने कहा : जनप्रतिनिधि की साख नहीं घटनी चाहिए, इससे सहमत है़ं   लेकिन जनप्रतिनिधि भी  लक्ष्मण रेखा पार ना करें, इसका ख्याल रखा जाना चाहिए़   विधायिका की गरिमा बनी रहे, यह सबकी जवाबदेही है़   जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की जनता की सेवा करने पहुंचते है़ं   क्षेत्र के मुद्दे उठने चाहिए़ अपनी क्षेत्रीयता, दल के एजेंडे से बाहर राज्यहित पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए़   राज्यहित प्राथमिकता होनी चाहिए़  

2018 तक नयी विस

मुख्यमंत्री ने कहा : नयी विधानसभा के निर्माण के लिए 369 करोड़ रुपये का टेंडर निकाल दिया गया है़  2018 तक विधानसभा बनाने का समय तय किया गया है़   विधानसभा के निर्माण में 465 करोड़ का खर्च का अनुमान है़  हमें उम्मीद है कि 2019 में स्पीकर नये भवन में अध्यक्षता करेंगे़  आदर्श विधानसभा बनाने की कोशिश है़.

इन्होंने भी किया संबोधन : समारोह को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू, स्पीकर  दिनेश उरांव, प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय,  उत्कृष्ट विधायक प्रदीप यादव और बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण  सिंह ने भी संबोधित किया़.
 

उत्कृष्ट विधायक का सम्मान पाने के बाद प्रदीप यादव ने कहा झारखंड में केवल काले धब्बे नहीं, चमकते सितारे भी हैं

रांची . उत्कृष्ट विधायक के सम्मान से नवाजे गये प्रदीप यादव ने कहा कि इस  सम्मान के बाद गरीब, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यकों की लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाने में बल मिलेगा़  वह उनके स्वर बनेंगे़   श्री यादव ने कहा कि पिछले 14 वर्षों में झारखंड को जहां होना चाहिए वहां नहीं है़   जितनी उचाई पर जाना चाहिए, नहीं पहुंच पाया़   लेकिन झारखंड ने कदम बढ़ाये है़ं   यहां केवल काले धब्बे ही नहीं, चमकते सितारे भी है़ं   उसे देखने की जरूरत है़  विधायिका को लेकर प्रश्न उठते रहे है़ं   लेकिन यह भी सही है कि विधायक अपने प्रश्नों पर गंभीरता से काम करते है़ं  कई बार बेहतर परिणाम आये है़ं   झारखंड के सकारात्मक पक्ष सामने नहीं आते हैं.  झारखंड के अच्छे पक्ष को नहीं दिखाया जाता़   झारखंड में कई ऐसी योजना शुरू हुई, जिसका देश ने अनुशरण किया़   श्री यादव ने कहा कि सरकार जनता का विश्वास जीते़   अफसर जो पाढ़ पढ़ाते हैं, उसकी विवेचना होनी चाहिए़   राज्य में नक्सल बड़ी समस्या है़   नयी सरेंडर पॉलिसी बने, लेकिन पहले जो लोग सरेंडर हुए उनके केस वापस नहीं हुए. ऐसे में मुख्यधारा में लौटने वालों का विश्वास कैसे बनेगा़   राज्य में स्थानीय और नियोजन नीति नहीं बनी़  विकास में भू-अर्जन बाधा है़  लोग अपनी जमीन नहीं देना चाहते़  सरकार को विकास में आगे बढ़ना है, तो इनका विश्वास जीतना होगा़ .

राज्यपाल भी रह चुकी हैं ओड़िशा विधानसभा की उत्कृष्ट विधायक

अपने भाषण के क्रम में श्रीमती मुरमू ने बताया कि वह भी ओड़िशा विधानसभा की उत्कृष्ट विधायक चुनी गयी थी़ं   उत्कृष्ट विधायक से नवाजे जाने के बाद चुनौतियां और बढ़ जाती है़ं   क्षेत्र और राज्य की जनता की अपेक्षा बढ़ जाती है़   उत्कृष्ट विधायक के रूप में चुने गये प्रदीप यादव की जवाबदेही और बढ़ गयी है़  राज्यपाल ने कहा कि विधानसभा के प्रत्येक सदस्य का आचरण ऐसा हो कि यह निर्णय करना कठिन हो जाये कि कौन विधायक उत्कृष्ट होगा़.

सरकार सचेष्ट है कि घोषणाएं जमीन पर उतरे : सरयू राय 

समरोह में संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने कहा कि सदन के अंदर सरकार पक्ष-विपक्ष के सवालों और चर्चा को गंभीरता के साथ ग्रहण करती है़   सदन के अंदर पक्ष-विपक्ष के सहयोग से समस्याओं का हल निकलता है़    उन्होंने कहा कि सरकार का सचेष्ट प्रयास है कि घोषणाएं जमीन पर उतरे़   इसमें सभी पक्ष का सहयोग मिले़   विधानसभा सरकार का प्राण है़   पक्ष-विपक्ष इसकी धूरी है़ं   सरकार की कोशिश है कि पक्ष-विपक्ष को उनके सवालों पर संतुष्ट किया जाये़   श्री राय ने कहा कि सत्र की अवधि को लेकर बार-बार सवाल आते है़ं   विधानसभा का सत्र पर्याप्त नहीं होता, यह बात बार-बार आती है़   वर्तमान सरकार इस पर गहनता से विचार कर रही है़   पक्ष-विपक्ष के साथ इसको लेकर सहमति बनाने का प्रयास हो रहा है़   सहमति बनी, तो हमारी कोशिश होगी कि सत्र का कैलेंडर जारी किया जाये़.

बड़े-बड़े डैम हैं, लेकिन राज्य को एक लोटा पानी नहीं मिल रहा : हेमंत सोरेन

प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि विधायिका को संवेदनशील होना होगा़   राज्य का विकास पक्ष-विपक्ष की जवाबदेही है़   झारखंड के विकास को लेकर चर्चा होती रहती है, लेकिन उस पर अमल नहीं होता है.    झारखंड के आतंरिक संसाधन का लाभ पूरे देश को मिलता है, लेकिन राज्य को इसका लाभ नहीं मिल रहा है़   झारखंड के आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति हम सबका दायित्व है़   प्रदेश वर्तमान समय में कुंठित महसूस कर रहा है़   राज्य में विस्थापन बड़ी समस्या है़   राज्य में बड़े-बड़े डैम हैं, लेकिन झारखंड को एक लोटा पानी नहीं मिल रहा़   ऐसे मुद्दे पर केंद्र सरकार से चर्चा करना जरूरी है़   अभी से ही पानी की राशनिंग हो रही है़  राज्य में सूखे की स्थिति है़  किसानों के प्रति संवेदना के साथ सोचना होगा़

 

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