टोक्यो ओलिंपिक में दिल तोड़ने वाली हार के बाद बिस्तर पर पहुंचे विकास कृष्ण, 3 महीने तक रिंग से रहेंगे दूर
बॉक्सिंग में पदक के दावेदार माने जा रहे विकास कृष्ण टोक्यो ओलिंपिक में पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे. उन्हें वेल्टरवेट मुकाबले (69 किग्रा) में मेजबान जापान के ओकाजावा क्विंसी मेंसाह ने हरा दिया था. जापानी मुक्केबाज ने विकास को राउंड ऑफ 32 की एकतरफा भिड़ंत में 5-0 से मात दी और अगले राउंड में जगह बनाई थी. मैच के दौरान विकास को हल्की चोट भी लगी थी.
विकास तीसरी बार ओलिंपिक में उतरे थे लेकिन एक बार फिर उनके ओलिंपिक पदक जीतने का सपना टूट गया. इससे पहले उन्होंने लंदन ओलिंपिक-2012, रियो ओलिंपिक-2016 में हिस्सा लिया था लेकिन पदक नहीं जीत सके थे. इस बार उन्हें प्रबल दावेदार माना जा रहा था. हालांकि पहले ही राउंड में उनके बाहर होने से फैंस काफी हैरान और निराश हुए.
ओलिंपिक में मेडल का सपना टूटने के बाद अब विकास कृष्ण तीन महीने के लिए खेल से दूर हो गए हैं. भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने कंधे की सर्जरी करा ली है. दाहिने कंधे के ‘डिस्लोकेट’ (अपनी जगह से हटने) होने के कारण वह टोक्यो ओलिंपिक के शुरुआती दौर में जापान के सेवोन ओकाजावा से हारकर बाहर हो गये थे. मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में मशहूर सर्जन डा दिनशॉ परदीवाला ने उनके कंधे की सर्जरी की, परदीवाला 2019 में ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के कंधे की भी सर्जरी कर चुके हैं. वह शीर्ष क्रिकेटर जैसे जसप्रीत बुमराह और श्रेयस अय्यर और स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल का भी ऑपरेशन कर चुके हैं.
विकास ने सर्जरी कराने के बाद पीटीआई से कहा, ‘मैं तीन महीने में वापसी करूंगा, डा परदीवाला ने ऐसा कहा है. मेरा कंधा ‘डिस्लोकेट’ हो गया था और ‘सबस्कैपुलेरिस’ मांसपेशी (कंधे के मूवमेंट के लिये महत्वपूर्ण) और ‘लिगामेंट’ भी फट गया था.’ यह चोट उन्हें ओलिंपिक से पहले इटली में ट्रेनिंग टूर के दौरान लगी थी. लेकिन उन्हें इसकी गंभीरता का नहीं पता था और उन्होंने दर्दनिवारक इंजेक्शन लेकर ओलिंपिक में हिस्सा लिया. डा परदीवाला ने कहा कि चोट को देखते हुए ये दर्दनिवारक काफी नहीं होते. विकास के कंधे में चोट होने की वजह से वे मुंह पर एक भी आक्रमण नहीं कर सके. विकास के करीबी मित्र और नियमित तौर पर उनके साथ अभ्यास मुकाबले करने वाले नीरज गोयत ने कहा, ‘पूरे मुकाबले के दौरान विकास को काफी दर्द हो रहा था.’