ट्रंप ने भी माना, चीन के साथ उनकी नीतियां अमेरिका में कष्ट बढ़ाएंगी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि उनकी आक्रामक व्यापार नीतियों से अमेरिकियों को भी कुछ समय के लिए आर्थिक मोर्चे पर कष्ट हो सकता है। हालांकि दीर्घकालिक लाभ के लिए उन्होंने अपने उठाए गए कदमों को जरूरी बताया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रकाशित खबर को पुष्ट करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्हें मंदी का डर नहीं है लेकिन विकास के लिए वे नए कर कटौती पर विचार कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या चीन के साथ उनका व्यापार युद्ध देश को मंदी की स्थिति में आ सकता है, ट्रंप ने इस विचार को ‘अप्रासंगिक’ बताया और कहा कि ‘चीन को घेरना’ अनिवार्य था। यह हमारे देश में कुछ समय के लिए बुरा है, लेकिन बाद में अच्छा साबित होगा।
राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि उनके पास अमेरिकी निर्माताओं, वित्तीय बाजारों और अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए नए टैरिफ लागू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। ट्रंप बार-बार जोर देते रहे कि हम मंदी से बहुत दूर हैं।
पेरोल कर कटौती को भी स्वीकारा
उन्होंने कहा कि वास्तव में अगर फेडरल रिजर्व अपना काम करेगा, तो मुझे लगता है कि अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि वे वह एक अस्थायी पेरोल कर कटौती और संघीय करों को मुद्रास्फीति पर अनुक्रमित करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निवेश पर किया गया मुनाफा भी तेज विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया है।