जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है उसी के साथ ही उत्तराखंड में बिजली संकट भी बढ़ता जा रहा है। सूबे के जल विद्युत गृहों में कुल मिलाकर 5.67 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जबकि बिजली की मांग 33.40 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई है।
राज्य के विद्युत गृहों, केंद्रीय सेक्टर व अन्य स्रोतों से कुल मिलाकर 32.91 यूनिट बिजली मिल रही है। राज्य में बिजली संकट न गहराने पाए, इसके लिए यूपीसीएल हरियाणा पावर कारपोरेशन और इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से बिजली खरीद रहा है।
यूपीसीएल ने शुरू की कटौती
दूसरी ओर ठंड में गहराते बिजली संकट के मद्देनजर नार्दर्न रीजन लो डिस्पैच सेंटर (एनआरएलडीसी) ने राज्यों से लोड कम करने को कहा है। बिजली की कमी के चलते यूपीसीएल की ओर से बिजली कटौती भी शुरू कर दी गई है।
यूपीसीएल के आला अधिकारियों के निर्देश पर ऊधमसिंहनगर में दो घंटे की बिजली कटौती की गई। चीला जल विद्युत गृह बंद होने के कारण कोटद्वार व ऋषिकेश में एक एक घंटे की कटौती की गई।
यूपीसीएल अधिकारियों ने बताया कि बिजली का संकट न हो, इसके लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज समेत अन्य स्रोतों से बिजली खरीद की जाती रहेगी।