जीवनशैली
डाइट में शामिल करें ये सब्जियां, मन होगा शांत और चेहरे पर आएगी चमक
आयुर्वेद के अनुसार तुरत-फुरत तैयार होने वाले आहार स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक हैं। भोजन कभी भी जल्दबाजी में अथवा खड़े-खड़े नहीं करना चाहिए। भोजन करने के लिए सुविधा के साथ बैठें और अपने चित्त को शांत रखकर भोजन करें। इसके लिए दो-तीन बार गहरी श्वास लें या परमात्मा से प्रार्थना करें, चाहे वह छोटी ही क्यों न हो। भोजन इस विधि से बनाएं और उसे सप्रेम इस प्रकार परोसें, जो आंखों तथा हृदय को सुरुचिपूर्ण लगे। सब्जियों और फलों में सभी प्रकार के रस होते हैं। जब ताजी चीजों से व्यंजन बनाए जाते हैं, तो वे देखने में ही अच्छे नहीं लगते, बल्कि स्वास्थ्यवर्द्धक भी होते हैं। इन व्यंजनों को सुंदर प्लेटों में कलात्मक रूप से परोसना भी महत्वपूर्ण होता है।