डिफेंस एक्सपो 2016: 950 कंपनियां और मेक इन इंडिया पर फोकस
एजेन्सी/ पणजी। सोमवार से गोवा में डिफेंस एक्सपो 2016 का आगाज होने जा रहा है। भारत की रक्षा क्षेत्र कंपनियों के साथ ही यह मेक इन इंडिया जैसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए एक अहम कड़ी साबित हो सकता है। इस एक्सपो के शुरू होने से पहले भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने एक अहम ऐलान किया। उन्होंने रविवार को कहा है कि भारत डिफेंस प्रॉक्योरमेंट पॉलिसी यानी रक्षा खरीद नीति को ऑनलाइन बनाकर इस क्षेत्र को और आकर्षक बनाने की कोशिश करेगा। पार्रिकर के मुताबिक इस एक्सपो का यह वर्ष रक्षा क्षेत्र के उत्पादन, निर्यात और उसके भारतीयकरण के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण आयोजन है। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि रक्षा क्षेत्र और रक्षा प्रदर्शनी में ‘मेक इन इंडिया’ दो अलग-अलग चीजें हैं। एक नजर डालिए इस एक्सपो से जुड़ी छह खास बातों पर।
31 मार्च तक चलेगी एक्सपो
सोमवार यानी 28 मार्च से शुरू होकर यह एक्सपो 31 मार्च तक चलेगी। रक्षा मंत्री पार्रिकर के मुताबिक इस एक्सपो का अहम मकसद दुनिया की अलग-अलग कंपनियों के बीच वाणिज्यिक आदान प्रदान है जो यहां होगा।
कितने देशों की हिस्सेदारी
डिफेंस एक्सपो का आयोजन दो वर्ष बाद हो रहा है। इससे पहले वर्ष 2014 में राजधानी दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में इस तरह की एक्सपो आयोजित हुई थी। इस वर्ष गोवा में होने वाली इस एक्सपो में करीब 50 देश हिस्सा ले रहे हैं।
कितनी कंपनियां
रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस एक्सपो में करीब 950 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। ये कंपनियां भारतीय और विदेशी दोनों हैं।
हवा में भी होगा कारनामा
अरब सागर से लगे नक्वेरी गांव में हो रही इस प्रदर्शनी में 28 और 29 मार्च को हवाई कौशल का भी प्रदर्शन होगा।
वेबसाइट से रखी जा रही है नजर
डिफेंस एक्सपो के आयोजक डिफेंस एग्जिबिशन ऑर्गनाइजेशन के निदेशक एमडी सिंह की ओर से जानकारी दी गई है कि इस एक्सपो को लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एक वेबसाइट की मदद से हर घंटे इस विशाल आयोजन से जुड़ी अहम बातों पर नजर रखी जाएगी।
मेक इन इंडिया के लिए अहम
रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रक्षा खरीद में सरकार की नीतियों में बदलाव के बाद और मेक इन इंडिया कैंपेन की वजह से रक्षा क्षेत्र से जुड़ी स्वदेशी कंपनियों को खासा महत्व इस एक्सपो में दिया जा रहा है।