मुंबई : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की योजना अगर सफल होती है तो जल्द ही हर जगह दिखने वाले प्लास्टिक के डेबिट कार्ड अतीत की बात होंगे. देश का सबसे बड़ा बैंक इसकी जगह पर अधिक डिजिटल भुगतान प्रणाली लाने की दिशा में काम कर रहा है. स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, हमारी डेबिट कार्ड को प्रचलन से बाहर करने की योजना है. हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमें उन्हें समाप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि देश में 90 करोड़ डेबिट कार्ड और 3 करोड़ क्रेडिट कार्ड हैं. कुमार ने कहा कि डिजिटल समाधान पेश करने वाले उसके योनो प्लेटफॉर्म की डेबिट कार्ड मुक्त देश बनाने में अहम भूमिका होगी. कुमार ने कहा कि योनो प्लेटफॉर्म के जरिए एटीएम मशीनों से नकदी की निकासी या दुकानों से सामान की खरीदी की जा सकती है. उन्होंने कहा कि बैंक पहले ही 68,000 योनो कैशप्वाइंट की स्थापना कर चुका है और अगले 18 माह में इसे 10 लाख करने की योजना है.
बता दें कि स्टेट बैंक ने इसी साल मार्च में योनो कैश सेवा शुरू की है, जो ग्राहकों को बिना डेबिट कार्ड पैसे निकालने की सुविधा देता है. यह बेहद आसान होने के साथ ही सुरक्षित भी है. शुरुआत में यह सुविधा 16,500 एटीएम में उपलब्ध थी, बैंक अपने सभी एटीएम को इस सुविधा के लिए अपग्रेड कर रहा है.