लखनऊ

डॉक्टरों के चक्कर लगाकर मर गया डेंगू की चपेट में आया ये उभरता कलाकार

atul-singh-rajput_1475564022लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल से लेकर ट्रॉमा सेंटर और देवकी, नीरा नर्सिंग होम और मेयो अस्पताल तक की लापरवाही और डॉक्टरों की संवेदनहीनता ने रविवार को तहजीब के शहर पर एक और बदनुमा दाग लगा दिया। 
इन लोगों ने बापू की जयंती पर नाटक का मंचन करने आए डेंगू पीड़ित अतुल सिंह राजपूत (22) को इलाज के लिए दौड़ा-दौड़ा कर मौत की नींद सुला दिया। बालाजी टेलीफिल्म के कई धारावाहिकों को निर्देशन कर चुके अतुल का शव उनके गृह जनपद सागर भेज दिया गया है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर रविवार को गांधी भवन सभागार में अखिल भारतीय सांस्कृतिक संस्थान की ओर से दो नाटकों का मंचन होना था, लेकिन इससे पहले ही ‘बरमुडा ट्राइंगल’ नाटक के कलाकार अतुल सिंह राजपूत का देहांत हो गया। 

अतुल मूल रूप से मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले हैं और लंबे समय से मुंबई में रह रहे थे। नाटक के निर्देशक राजेंद्र राजपूत ने बताया कि अतुल को डेंगू को था। शनिवार रात करीब डेढ़ बजे अतुल की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से इंजेक्शन लगाकर वापस भेज दिया गया।

सुबह अतुल को दोबारा बलरामपुर ले जाया गया लेकिन बेड की कमी का हवाला देकर उन्हें एडमिट नहीं किया गया। देवकी नर्सिंग होम व नीरा नर्सिंग होम ने भी भर्ती करने से मना कर दिया गया। थक-हारकर वापस बलरामपुर लौटे तो डॉक्टरों ने वेंटिलेटर न होने की बात कहकर ट्रॉमा रेफर कर दिया। 

 

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