डोनाल्ड ट्रंप ने भी माना राष्ट्रपति चुनावों में रूस के हाथ होने का अंदेशा!
चौंकाने वाला बयान देते हुए अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनावों में रूस के हस्तक्षेप की बात स्वीकार की है। अमेरिकी के नए राष्ट्रपति ने माना है कि उन्हें ऐसा लगता है कि अमेरिकी चुनावों के दौरान हुए साइबर हमले में रुस का हाथ था।
यह बात निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान स्वीकारी। डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद न्यूयॉर्क में अपने पहले संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही। उन्होने कहा कि,’जहां तक हैकिंग की बात है तो मुझे लगता है कि इसमें रूस का हाथ था।’ साथ ही उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि, ‘उन्हें (पुतिन) को यह नहीं करना चाहिए और वह नहीं करेंगे। अमेरिका में मेरे नेतृत्व के तहत रूस को अधिक सम्मान मिलेगा।’
विरोधाभासी बयान देते हुए ट्रंप ने सबको चौंका दिया है। इससे पहले ट्रंप ने कहा मीडिया पर भड़कते हुए कहा था कि मेरे कार्यकाल में रूस, अमेरिका का सबसे ज्यादा सम्मान करेगा। ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ मेरी कोई डील नहीं है और नहीं मैं उनसे कोई बिजनेस डील करूंगा। अगर रूस के राष्ट्रपति मुझे पसंद करेंगे तो यह उनकी पूंजी होगी ना कि कोई दायित्व।
पहले संवादादता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने यह बातें की। गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनावों के दौरान साइबर हमले की बातें सामने आई थी और तब राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीवार हिलेरी क्लिंटन की ई-मेल्स लीक होने का मामला सामने आया था।
डेमोक्रेटिक पार्टी शुरुआत से इस साइबर हमले के लिए रुस को ज़िम्मेदार बताती आ रही है और इसका फायदा रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को होने का दावा करती आ रही है। वहीं अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी रुस पर हैकिंग का शक जताया था और इस मामले की जांच की जा रही है।
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप शुरुआत से ही इस संभावना से इनकार करते आ रहे है कि राष्ट्रपति चुनावों के दौरान रुस ने कथित तौर पर हैकिंग कर चुनावों को प्रभावित किया हो या इससे उन्हें कोई फायदा हुआ हो। इस मामले की जांच शीघ्र कराने की बराक ओबामा की पहल पर भी डोनाल्ड ट्रंप ने संदेह जताते हुए कार्रवाई की जानकारी खुद लेने का इरादा भी जताया था और इस कहा था कि मुद्दे वो खुद अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे और जानकारी हासिल करेंगे।
लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान रुस के हाथ होने की बात स्वीकार कर ली है। अब इस घटना से इस मामले में क्या नया मोड़ आता है यह देखने वाली बात होगी।