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उन्होंने सामान्य रूप से चीन-भारत सीमा स्थिति के स्थाई होने के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि चीन दोनों पक्षों के सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के क्रियान्वयन को लेकर भारतीय पक्ष के साथ काम करने को तैयार है और सीमा क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों के बीच जो समझौते होंगे, उसका अनुपालन करेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल लम्बित सीमा विवाद और अन्य रणनीतिक मुद्दों पर अपने चीनी समकक्ष के साथ वार्ता करने के लिए चीन जा रहे हैं। डोभाल पांच जनवरी को अपने चीनी समकक्ष और राजकीय काउंसिलर यांगी जीची के साथ वार्ता करेंगे।
डोभाल छह जनवरी को चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग से भी मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन 3,488 किलोमीटर लम्बी सीमा को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने की दिशा में 18 दौर की वार्ता कर चुके हैं।