ज्ञान भंडार
तकनीक से अब दिमाग को मिल सकेगी जुबान
जापान की तोयोहाशी यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने तकनीक विकसित की है जो बोलने में अक्षम लोगों के लिए यह तकनीक वरदान साबित हो सकती है। वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जो दिमाग की तरंगों का विश्लेषण कर पता लगाती है कि व्यक्ति क्या बोलने का प्रयास कर रहा है।
बोलने में अक्षम लोगों के लिए यह तकनीक वरदान साबित हो सकती है। जापान की तोयोहाशी यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने तकनीक विकसित की है। इससे दिमाग की ईईजी की मदद से शून्य से नौ तक की गिनती को 90 फीसद तक सही पढ़ा। यह 18 प्रकार की जापानी बोलियों को पहचानने में सक्षम है। इसमें 61 फीसद सटीक पाया गया। इस तकनीक की मदद से वैज्ञानिक भविष्य में ईईजी आधारित टाइप राइटर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। अब तक इस तरह की तकनीक डाटा की कमी के कारण बेहतर ढंग से काम नहीं कर पाई हैं। अब वैज्ञानिकों ने ऐसा फ्रेमवर्क तैयार किया है, जो न्यूनतम डाटा की मदद से भी बेहतर नतीजा देने सक्षम है।