तालिबान ने आठवीं प्रांतीय राजधानी पर भी किया कब्जा, भीषण लड़ाई में 439 आतंकी ढेर
काबुल। अफगानिस्तान पर तालिबान तेजी से काबिज होता जा रहा है। अब वह राजधानी काबुल की ओर बढ़ रहा है। उसने छह दिनों में आठवीं प्रांतीय राजधानी कब्जा कर लिया है। तालिबान ने पुल ए खुमरी और फैजाबाद को अपने नियंत्रण में ले लिया है। पुल ए खुमरी काबुल से सवा दो सौ किमी दूर है। तालिबान ने छह प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा करने के बाद पिछले 24 घंटे में बगलान प्रांत की राजधानी पुल ए खुमरी पर पूरी तरह कब्जा कर लिया। इसके बाद उसने बदख्शान की राजधानी फैजाबाद को भी हासिल कर लिया।
बदख्शान प्रांत की सीमा ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और चीन से लगी हुई है। यह अफगान सरकार के लिए बड़ा धक्का है। उसकी चिंता पुल ए खुमरी पर कब्जे के बाद बढ़ गई है। इस शहर पर कब्जे के बाद काबुल जाने वाले राजमार्ग पर भी तालिबान का कब्जा हो गया है। तालिबान अब अमेरिका के समर्थन वाले देश में पूरी तरह इस्लामिक कानूनों को लागू करना चाहता है। यूरोपीय यूनियन के अधिकारी के अनुसार अभी 11 प्रांतीय राजधानियों पर भीषण संघर्ष चल रहा है। तालिबान ने काबुल के उत्तर के उन क्षेत्रों पर भी कब्जा कर लिया है, जहां से काबुल के लिए बिजली की सप्लाई की जा रही है।
कंधार पर भीषण संघर्ष चल रहा है। यहां पर हवाई हमले में 10 आतंकी मारे गए। कंधार में भीषण हिंसा के चलते यहां से 30 हजार परिवारों का पलायन हो गया है। बल्ख प्रांत के मजार ए शरीफ को तालिबान के चारों तरफ से घेरने के बाद इस शहर में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पहुंच गए। उनके साथ उनके सुरक्षा और राजनीतिक सलाहकार मोहम्मद मोहाकिक भी थे। यहां अशरफ गनी ने सुरक्षा के संबध में एक बैठक भी की। इसमें बल्ख के गवर्नर व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। इधर रूस की मीडिया ने दावा किया है कि तालिबान ने ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान से लगी सीमा के क्षेत्रों पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है।
वहीं अफगान सुरक्षा बलों ने बीते 24 घंटे में 439 तालिबान आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। यही नहीं, भीषण लड़ाई में 77 अन्य घायल हुए हैं। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि बीत 24 घंटों के दौरान नंगरहार, लगमन, लोगर, पक्तिया, उरुजगन, ज़ाबुल, घोर, फराह, बल्ख, हेलमंद कपिसा और बगलान प्रांतों में भीषण लड़ाई में इन आतंकियों को मार गिराया गया है। कंधार प्रांत में एयर स्ट्राइक में 25 आतंकियों को मार गिराया गया। इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी बुधवार को बल्ख प्रांत के मजार-ए-शरीफ शहर पहुंचे और सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ाया।
वहीं समाचार एजेंसी रॉयटर की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारी ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा है कि यदि तालिबान इसी तरह आगे बढ़ता रहा तो अगले 90 दिनों में वह काबुल पर भी कब्जा कर लेगा। वहीं यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस्लामिक चरमपंथियों ने अफगानिस्तान के 65 फीसद हिस्से पर कब्जा कर लिया है और जल्द 11 प्रांतीय राजधानियों को अपने कब्जे में लेने की बात कही है।
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी में बदलाव की संभावना से इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि अब अफगान के लोगों को ही एकजुट होकर अपने मुल्क के भविष्य के लिए लड़ना होगा। दरअसल व्हाइट हाउस में संवाददाताओं ने राष्ट्रपति से पूछा था कि क्या सैनिकों की वापसी में कोई बदलाव आ सकता है। इस पर बाइडन ने कहा कि ऐसा नहीं होगा। हमने बीस साल से ज्यादा समय में एक हजार अरब डॉलर से अधिक की रकम खर्च की है। अफगान बलों के 3,00,000 से अधिक जवानों को ट्रेनिंग दी। अब उन्हें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी।