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तीन बाल्टी व एक स्टैंड को 1000 की जगह 4683 में खरीदा

corruption_issu_201697_112949_07_09_2016बिलासपुर। तीन छोटी बाल्टी और उसे रखने के लिए खरीदे गए लोहे के स्टैंड के लिए शिक्षा विभाग ने 4683 रुपए खर्च किया है। इसके हिसाब से जिले के चार ब्लॉकों के 356 स्कूलों के लिए अग्निशमन उपकरण की खरीदी की गई है। इसके एवज में रायपुर के फर्म को साढ़े 16 लाख रुपए का भुगतान भी कर दिया गया। जबकि ओपन मार्केट में इसकी कीमत हजार रुपए से भी कम है।

स्कूलों में आग लगने की आशंका को देखते हुए जिला शिक्षा विभाग ने बिल्हा, मस्तूरी, तखतपुर और कोटा ब्लॉक में रेत रखने बाल्टी और स्टैंड खरीदी के लिए फंड जारी किया था। इसमें जमकर गड़बड़ी सामने आई है। नईदुनिया के पास उपलब्ध दस्तावेज के अनुसार इस साल मार्च-अप्रैल में बीईओ और हेडमास्टरों ने रायपुर के एक फर्म से खरीदी की है। इसमें बिल्हा ब्लॉक के 78 प्राइमरी, मिडिल और हाईस्कूल के लिए 4683 के मान से 3 लाख 65 हजार 274 रुपए में तीन बाल्टी और एक लोहे का स्टैंड खरीदा गया है।

इसी तरह मस्तूरी में 115, कोटा में 82 और तखतपुर में 81 स्कूलों में अग्निशमन उपकरण खरीदी के लिए 13 लाख रुपए से भी अधिक का भुगतान किया गया है। नईदुनिया के प्रतिनिधि ने जब इन स्कूलों का जायजा लिया तो पता चला कि तीन छोटी बाल्टी और एक लोहे के स्टैंड के लिए बीईओ और हेडमास्टरों ने 4 हजार 683 रुपए खर्च कर दिए हैं। जबकि ओपन मार्केट में इसकी अधिकतम कीमत 1 हजार रुपए से भी कम है। चारों ब्लॉक के बीईओ ने हेडमास्टरों के साथ मिलीभगत कर लाखों रुपए की बंदरबांट की है। साथ ही सप्लाई करने वाले फर्म को भी लाखों रुपए का फायदा पहुंचाया है।

रायपुर के फर्म से खरीदी

बिल्हा, मस्तूरी, कोटा और तखतपुर ब्लॉक के चारों खंड शिक्षा अधिकारियों ने रायपुर स्थित एक ही फर्म को खरीदी के लिए आर्डर दिया है। रायपुर के टाटीबंध स्थित शिखर अर्थ मूवर्स ने सभी स्कूलों में स्तरहीन बाल्टी और स्टैंड की सप्लाई की है। इसके एवज में प्रति उपकरण फर्म को 4683 रुपए का भुगतान किया गया है। एक ही फर्म की ओर से चारों ब्लॉक में उपकरण की सप्लाई को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि मोटा कमीशन लेकर बीईओ ने संबंधित फर्म को आर्डर दे दिया।

ऐसे हुआ खुलासा

उपकरण खरीदी में मस्तूरी ब्लॉक में सबसे ज्यादा गड़बड़ी सामने आई है। पिछले दिनों जनपद पंचायत की सामान्य सभा में सदस्यों ने आरोप लगाया है कि मस्तूरी बीईओ ने स्तरहीन अग्निशमन यंत्र की खरीदी की है। शुरुआती पड़ताल करने पर मामले का खुलासा हुआ। पता चला कि मस्तूरी की तरह अन्य ब्लॉकों में भी बड़े पैमाने पर खरीदी की गई है।

कई स्कूलों में कागज में कर दी आपूर्ति

कई स्कूलों में बीईओ ने हेडमास्टर को अंधेरे में रखकर कागज में ही अग्निशमन उपकरण की सप्लाई कर दी है। पड़ताल में सामने आया कि बीईओ कार्यालय से बिल्हा ब्लॉक स्थित शासकीय प्राइमरी स्कूल झाल में उपकरण आपूर्ति की गई है। इस संबंध में जब यहां के हेडमास्टर दिनेश दिवाकर से चर्चा की गई तो उन्होंने इस तरह का कोई भी उपकरण स्कूल में नहीं मिलने की जानकारी दी। इसी तरह मिडिल स्कूल झाल में भी उपकरण सप्लाई करने का दावा किया जा रहा है जबकि अब तक यहां भी उपकरण नहीं पहुंचा है।

32 बिलों में एचएम के हस्ताक्षर ही नहीं

बिल्हा बीईओ एमएल पटेल में उपकरण की खरीदी में जमकर मनमानी की है। खरीदी के संबंध में शिक्षा विभाग उपलब्ध कराए गए बिलों में हेडमास्टरों के हस्ताक्षर ही नहीं है जबकि उन्होंने फर्म को भुगतान भी कर दिया है। ऐसे बिलों की संख्या 32 से भी अधिक है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि स्कूलों में उपकरण पहुंचा ही नहीं और भुगतान कर दिया गया।

क्या कहते हैं प्रधान पाठक

कुछ माह पहले ही अग्निशमन उपकरण स्कूलों में पहुंचाने की चर्चा की गई थी। लेकिन अब तक हमारे स्कूल में इसकी आपूर्ति नहीं की गई है।

दिनेश दिवाकर

एचएम प्राइमरी स्कूल झाल बिल्हा

उपकरण की आपूर्ति के संबंध में बीईओ या अन्य अधिकारियों से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। साथ ही स्कूल में उपकरण की आपूर्ति भी नहीं की गई है।

मुरलीधर गढ़ेवाल

एचएम मिडिल स्कूल झाल बिल्हा

मुझसे मार्च माह में ही अग्निशमन उपकरण खरीदी के बिल में दस्तखत करा लिया गया था। लेकिन बीईओ कार्यालय से उपकरण हाल ही में भेजा गया है। उसकी भी क्वालिटी ठीक नहीं है।

देवेंद्र केशरवानी

एचएम मिडिल स्कूल खम्हरिया तखतपुर

बीईओ की सफाई

हमने 78 स्कूलों के लिए अग्निशमन उपकरण की खरीदी की है। इसमें कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। आपूर्तिकर्ता फर्म ने भी अच्छी क्वालिटी का उपकरण भेजा है।

एमएल पटेल, बीईओ बिल्हा

खरीदी नियमानुसार की गई है। इसके लिए बकायदा कोटेशन मंगाया गया था। इसके बाद ही रायपुर के फर्म को उपकरण सप्लाई के लिए आर्डर दिया गया है।

विजय तांडे, बीईओ तखतपुर।

मामले की शिकायत एक दो माह पहले की गई थी। अब यह प्रकरण पुराना हो गया है। अब इस संबंध में बातचीत करने से कोई फायदा नहीं है।

एसके सराफ , ईओ मस्तूरी

बिलासपुर में मैंने ही अग्निशमन उपकरण की सप्लाई की थी। अब मैं कंपनी की जॉब छोड़ दी है। इसके बारे में फर्म के मालिक ही विस्तृत जानकारी दे सकते हैं।

मिथिलेश बारले, पूर्व सेल्समैन, शिखर अर्थ मूवर्स रायपुर

 

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