बेरीनाग (पिथौरागढ़) : पिथौरागढ़ की एक मां के लिए शुक्रवार का दिन जिंदगी में ऐसा दर्द देकर चला गया जिसे वाे कभी न भूल पाएगी। दरअसल वो अपने घर में तीन साल के बेटे को दूध पिला रही थी। इतने में अचानक से एक गुलदार घर में घुस और मां से झपटकर बच्चे को अपने जबड़े में दाबा और चला गया। ग्रामीणों ने चिल्लाने की आवाज सुनी तो वे तेंदुए के पीछे दौड़ पड़े। ऐसे में तेंदुआ कुछ दूर जाकर बच्च्ो को रास्ते में छोड़ दिया। लेकिन गर्दन में दांत और शरीर में पंजे धंसने के कारण मासूम की मौत हो गई। घटना के बाद से ग्रामीणें में दहशत और वन विभाग के खिलाफ आक्रोश का माहौल है।
उत्तराखंड में वन्यजीवों का खतरा हमेशा बना रहता है। इसके बावजूद फॉरेस्ट डिपार्टमेंट लोगों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतता है। इसी लापरवाही ने एक परिवार की खुशियों को ग्रहण लगा दिया। मामला पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील का। वहां कांडे किरोली क्षेत्र के मलेत गांव शुक्रवार की शाम आठ बजे हेमा देवी अपने बेटे नैतिक कार्की (तीन) को गिलास से दूध पिला रही थीं। नैतिक के एक हाथ में दूध का गिलास था। इसी दौरान तेंदुआ घर में घुसा और मां के सामने ही नैतिक को उठा कर ले गया। हेमा देवी के चिल्लाने पर आसपास के ग्रामीण पहुंच गए और उन्होंने तेंदुए को बच्चे को लेकर भागते देखा। ग्रामीण नैतिक को बचाने के लिए गुलदार पीछा किया। ऐसे में तेंदुए ने बच्च्ो को बीच रास्ते लहूलुहान कर छोड़ दिया और खुद जंगल में भाग गया। गांव वाले नैतिक को लेकर बेरीनाग के सीएचसी पर पहुंचे जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मां का रो रोकर बुरा हाल
नैतिक के पिता रमेश कार्की दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। घर पर पत्नी हेमा देवी, दो बेटियां और बेटा नैतिक रहता था। हेमा देवी रो-रो कर बेसुध हो चुकी है। ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है।
पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे ग्रामीण
बच्चे का बेरीनाग में ही पोस्टमार्टम कराने के लिए विधायक मीना गंगोला ने डीएम से बात की। दिन में एक बजे तक ग्रामीण डॉक्टरों की टीम की प्रतीक्षा में रही। किसी के न पहुंचने पर ग्रामीणों ने अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया और शव लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे।
शनिवार सुबह भी आया था गुलदार
गांव के इंद्र सिंह, सुंदर सिंह, मनोज सिंह, धीरेंद्र, राजेंद्र आदि लोगों ने बताया कि शनिवार सुबह भी गुलदार गांव में आ गया था। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकडऩे की मांग की है। वन रेंजर रमेश जोशी ने बताया कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम गांव पहुंच गई थी। गुलदार को पकडऩे के लिए पिंजड़ा लगा दिया गया है।
डीडीहाट में मृत मिली मादा गुलदार
नगर से सटे हाट गांव के गधेरे में एक मादा गुलदार मृत पड़ी मिली। वन विभाग ने रविवार को मृत गुलदार का पोस्टमार्टम कराएगा। रेंजर लवराज पांगती, डिप्टी रेंजर हरीश सती के मुताबिक गुलदार की उम्र लगभग दो वर्ष और लंबाई चार फिट है।
गंगोलीहाट में कार पर गुलदार का हमला
चिटगल क्षेत्र में शुक्रवार रात गुलदार ने एक अल्टो कार पर हमला कर दिया। यही नहीं आधा किमी तक वह कार का पीछा करता रहा। क्षेत्र में गुलदार की मौजूदगी से दहशत बनी हुई है।