तुलसी के पत्तों से बनाएं दांतों को मजबूत, ये उपाय भी हैं कारगर
कैल्शियम की कमी के कारण दांत कमजोर हो जाते हैं। दूध और इससे बने उत्पाद जैसे दही, चीज, पनीर आदि में उच्च मात्रा में कैल्शिम पाया जाता है। इन चीजों के सेवन से इनेमल मजबूत बनता है और दांत तथा मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
तुलसी में मौजूद पोषक तत्व मुंह की दुर्गंध, कैविटी आदि से हमारे दांतों की रक्षा करते हैं। तुलसी दांतों को सड़ाने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करती है। इसके लिए तुलसी की पत्तियों को सूखा लें और उसके पाउडर से मंजन करें। तुलसी के पत्तों को चबाने से भी आराम मिलता है।
दांतों को मजबूत बनाने के लिए भरपूर मात्रा में विटामिन डी लें। अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जिनमें भरपूर मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। इसके अलावा आप धूप में भी बैठ सकते हैं। लेकिन ज्यादा देर धूप में बैठने से बचें।
ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स और दूसरे जरूरी तत्व दांतों को सड़ाने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं। साथ ही मुंह से आने वाली दुर्गंध भी दूर करते हैं। दिन में तीन से चार कप ग्रीन टी का सेवन करें लेकिन इसमें चीनी ना डालें। आप चाहें तो चीनी की जगह शहद डाल सकते हैं।
अमरूद में बहुत से गुण पाए जाते हैं जो मुंह की बदबू से लेकर दांतों को मजबूत बनाते हैं। इसके लिए आप ताजे अमरूद की पत्तियों को चबाएं और थोड़ी देर बाद थूक दें या पत्तियों को पीस कर पेस्ट बना लें और उसे टूथ पेस्ट की तरह इस्तेमाल करें। इन सब के अलावा चार से छ पत्तियों को उबाल लें और ठंडा होने पर उस पानी से कुल्ला करें। कुछ दिनों बाद आपको असर दिखेगा।
भोजन करने के बाद दांतों पर कुछ खाना चिपक जाता है। इसलिए भोजन के तुरंत बाद अच्छी तरह से कुल्ला करके दांतों को साफ कर लें। इसके अलावा दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।